घनसाली स्वास्थ्य जन संघर्ष मोर्चा का अनिश्चितकालीन धरना: स्वास्थ्य व्यवस्था सुधार की आवाज बुलंद, किया जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का पुतला दहन।
घनसाली (टिहरी गढ़वाल):- घनसाली स्वास्थ्य जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी में शुरू हुआ 24×7 अनिश्चितकालीन धरना आज अपने आठवें दिन में प्रवेश कर गया है। इस धरने का उद्देश्य क्षेत्र की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
भिलंगना ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवाओं की लगातार बिगड़ती स्थिति और हाल ही में दो प्रसूताओं, अनीशा रावत और रवीना कठैत, की संदिग्ध मौतों ने क्षेत्र में भारी जनआक्रोश भड़का दिया है। स्थानीय लोग स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को मुख्य जिम्मेदार मानते हुए दोषी कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
धरने के आठवें दिन विधायक शक्ति लाल शाह, सांसद लक्ष्मी शाह, और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के पुतले का दहन किया गया, जो सरकार की उपेक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार नहीं होने का प्रतीक है। इस पुतला दहन में अनुज शाह, विक्रम घणाटा, विनोद लाल शाह, संदीप आर्य, शांति श्रीवाण, सुनीता रावत, अजय कंसवाल, प्यार सिंह पंवार, हरीश रावत, विनोद चौधरी समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाना, बेलेश्वर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उपजिला अस्पताल बनाना, स्थायी डॉक्टरों की तैनाती, चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता और प्रसव के बाद मृत महिलाओं के परिजनों को मुआवजा शामिल है। स्थानीय नेताओं ने भी इस आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा है कि जब तक स्वास्थ्य सेवा सुधार नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने भारी जनदबाव के बीच सुधार के संकेत देते हुए क्षेत्र में कुछ चिकित्सकों की तैनाती की है, लेकिन प्रदर्शनकारी आग्रह कर रहे हैं कि यह अस्थायी नहीं बल्कि स्थायी व्यवस्था होनी चाहिए।
घनसाली क्षेत्र की जनता इस आंदोलन के माध्यम से अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा की मांग को मजबूत कर रही है, जिससे प्रदेश सरकार और प्रशासन पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्राथमिकता देने का दबाव बढ़ रहा है।
