निकाय चुनाव:- नगर पंचायत घनसाली व चमियाला की सीट कब्जाना भाजपा के लिए नाक का सवाल, विधायक शक्तिलाल शाह की प्रतिष्ठा दांव पर।

उत्तराखंड घनसाली टिहरी गढ़वाल ब्रेकिंग न्यूज

घनसाली/चमियाला:- सर्द मौसम में उत्तराखंड का सियासी पारा गर्म है। उत्तराखंड में निकाय चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, निकाय चुनाव की तपिश से सियासी माहौल सांतवें आसमान पर है। 23 दिसंबर को निकाय चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही उत्तराखंड में निकाय चुनाव का महारण शुरू हो चुका है। बीजेपी-कांग्रेस के साथ-साथ कई निदर्लीय प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में प्रत्याशी पूरे दमखम से प्रचार प्रसार में जुटे है। इसके साथ ही दोनों ही दलों के बागी नेता भी निकाय चुनाव की गर्मी को बढ़ा रहे हैं। 23 जनवरी को उत्तराखंड में निकाय चुनाव के लिए वोटिंग होनी है और 25 जनवरी को निकाय के नतीजे आएंगे।

वहीं बात करें टिहरी जनपद के विकासखण्ड भिलंगना की नगर पंचायत घनसाली और नगर पंचायत चमियाला में गठन के बाद अब दूसरी बार चुनाव होना है। 2018 में पहली बार घनसाली में निर्दलीय शंकरपाल सजवाण और चमियाला में कांग्रेस ममता पंवार ने बाजी मारी थी अब ऐसे में इन दोनों निकायों में चुनाव जीतने के लिए भाजपा को ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा जिससे विगत विधानसभा चुनाव में बीजेपी से प्रचंड बहुमत से विजयी रहे घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। फिलहाल घनसाली में भाजपा और कांग्रेस जबकि चमियाला में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं।

वहीं बीते चुनाव में नगर पंचायत घनसाली से निर्दलीय शंकर पाल सजवाण ने बाजी मारी थी। इस बार कांग्रेस ने उन्हें अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। वहीं भाजपा ने घनसाली से भाजपा जिला उपाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट को प्रत्याशी बनाया है। उनके लिए राहत की बात यह है कि पार्टी संगठन और विधायक शक्ति लाल शाह ने किसी तरह कद्दावर नेता व पिछले चुनाव में महज 1 वोट से हारे साहब सिंह कुमाईं और कुशाल सिंह रावत को बागी चुनाव लड़ने से रोक दिया। जिससे अब इस चुनाव में आनंद बिष्ट को जिताने में विधायक शक्तिलाल शाह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

वहीं घनसाली नगर से कांग्रेस ने मृदुभाषी और बीते पांच साल में सादगी से काम करने वाले शंकरपाल सजवाण पर दाव खेला है। उनके लिए दिक्कत की बात है यह है कि यहां कांग्रेस के बागी विनोद लाल शाह उनके राह में रोड़ा बन सकते हैं।

इधर, नगर पंचायत चमियाला में भाजपा ने व्यवसायी गोविंद सिंह राणा पर और कांग्रेस ने सिटिंग अध्यक्ष ममता पंवार पर दांव खेला है। जबकि निर्दलीय ताजवीर सिंह चुनाव को त्रिकोणीय बना रहे हैं। यहां भी विधायक शक्ति लाल शाह की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी।

वहीं जानकारों की माने तो दोनों नगर पंचायतों में अभी तक के समीकरणों के हिसाब से बीजेपी व कांग्रेस में कांटे की टक्कर है। हालाँकि अभी कई समीकरण बदलेंगे। बीजेपी मे यदि भीतरघात नही हुआ तो घनसाली सीट अभी तक रोमांचक मुकाबले मे बनी हुई है। हालाँकि जीत जिस भी प्रत्याशी की होगी जीत का अंतर काफी कम होगा।

वहीं घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह का कहना है कि इस बार घनसाली व चमियाला से भाजपा रिकार्ड मतों से जीतेगी व भाजपा प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करेगी।