घनसाली:- मंगलवार को तहसील घनसाली में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता और विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह की उपस्थिति में मानसून सीजन में संभावित आपदाओं के दृष्टिगत समस्त व्यवस्थाओं को लेकर बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को संभावित आपदा के दृष्टिगत सतर्क रहने तथा आपदाओं को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में जाकर विजिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान रिस्पांस टाइम कम से कम हो, इस हेतु समस्त व्यवस्थाएं चेक कर लें। समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों/प्रधानाचार्यों को भारी बरसात, नाला गदेरो के बढ़ने आदि गंभीर स्थितियों में बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत अपने स्तर से स्कूलों में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए गए।
तहसीलदार घनसाली और चमियाला को नगर पालिका क्षेत्र में समस्त नालियों को चेक करने, जल संस्थान को नालियों के उपर बिछी पाइपों को प्राथमिकता पर उठाकर लगाने को कहा गया, ताकि नालियां चोक न हो।
जिलाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी को क्षेत्र क्षेत्र के समस्त स्कूलों भवनों को चेक करने, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पेयजल के दूसरे कनेक्शन तथा प्रा.विद्यालय मेड़ के मरम्मत कार्यों का एस्टीमेट बनाकर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए गए कि समस्त ग्राम विकास अधिकारी क्षेत्र में विजिट करें तथा कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के छुट्टी पर ना जाएं।
जिलाधिकारी ने पशु, उद्यान, कृषि और राजस्व विभाग को आपदा के दौरान क्षति के आंकलन का सर्वे कर तत्काल मुवावजे देने, पुलिस विभाग को एसडीआरएफ के जवान बढ़ाने, जल संस्थान को नियमित पेयजल आपूर्ति करने, स्वास्थ्य विभाग को गर्भवती महिलाओं की नियमित देखभाल करने तथा पर्याप्त मात्रा में दवाई रखने, पूर्ति विभाग को अगस्त का राशन दुकानों तक पहुंचाने तथा अतिरिक्त फूड पैकेट तैयार रखने, विद्युत विभाग को संवेदनशील क्षेत्रों का चयन कर अतिरिक्त विद्युत पोल रखने तथा क्षेत्र में जाकर अपने मोबाइल नंबर प्रसारित करने, सिंचाई विभाग को चांजी गूल पर एक सप्ताह में कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। आपदा के दौरान पेयजल के डैमेज कार्यों, सुरक्षा दीवार आदि के तत्काल एस्टीमेट बनाकर उपलब्ध कराने को कहा गया।
इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक ने जिलाधिकारी द्वारा क्षेत्र में आकर बैठक किए जाने पर आभार व्यक्त किया।
बैठक में ब्लॉक प्रमुख भिलंगना वासुमति घणाता सहित विद्युत, सिंचाई, पेयजल, जल संस्थान, लघु सिंचाई, शिक्षा, वन, पशु, लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, खंड विकास अधिकारी, तहसीलदार आदि संबंधित विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।