घनसाली:- जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बूढ़ाकेदारनाथ धाम पहुंचकर गुरू कैलापीर बलिराज मेले में की शिरकत। इस दौरान विधायक घनसाली शक्तिलाल शाह द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में किया गया प्रतिभाग।
बुधवार को जिलाधिकारी द्वारा विकासखण्ड भिलंगना क्षेत्रान्तर्गत बूढ़ाकेदारनाथ धाम में आयोजित तीन दिवसीय गुरू कैलापीर बलिराज मेले में प्रतिभाग किया गया। जिलाधिकारी द्वारा बूढ़ाकेदारनाथ धाम में पिंडी के रूप में विराजमान श्री गुरू कैलापीर देवता की परिक्रमा कर विधिवत पूजा अर्चना की गई। इस मौके पर जिलाधिकारी ने मेले की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्रों के विकास में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है। कहा कि क्षेत्र से भी चारधाम यात्रा के श्रद्धालु आवागमन कर सके, इस दिशा में कार्य करने के प्रयास किये जायेंगे, ताकि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति की ओर से जो भी समस्याएं रखी गई हैं, उन पर जिला प्लान से जितना सम्भव हो सकेगा, प्लान बनाकर कार्य करने के प्रयास किये जायेंगे।
इस दौरान जिलाधिकारी ने मेले में स्थापित विभागीय स्टॉलों का निरीक्षण किया तथा लोगों की समस्याओं को भी सुना।
इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक शक्तिलाल शाह ने क्षेत्रवासियों को मेले की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए मंदिर के निर्माण हेतु विधायक निधि से 10 लाख देने की घोषणा की। उन्होंने भटवाड़ी-वेलम -झाला के पैदल मार्ग का इस्टीमेट उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि अच्छे ध्येय और विचारों से ही समस्त कार्य सम्पन होते हैं।
इससे पूर्व मेला समिति के अध्यक्ष भूपेन्द्र नेगी ने जिलाधिकारी एवं क्षेत्रीय विधायक का पहाड़ी टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया। उन्होंने मेले के इतिहास और गुरू कैलापीर के बारे मेें जानकारी दी गई। उन्होंने क्षेत्र को तीर्थाटन एवं पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने हेतु भटवाड़ी- वेलम-झाला मोटर मार्ग का सुधारीकरण/निर्माण करने, लगभग दो वर्ष पुरानी काली कमली धर्मशाला का जीर्णोद्धार करने, कांवड़ यात्रा चलती रहे, इस हेतु पैदल मार्ग ठीक करने तथा बग्वाल-बलराज मेले को राजकीय मेले की भांति सुविधाएं देने की बात कही।
इस मौके पर बूढ़ाकेदार निवासी कु. शकुन्तला नेगी ने अन्त्योदय सिंलेडर दिये जाने की मांग की।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख भिलंगना वासुमति घणाता, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी पी.के. काला, मंदिर समिति के महामंत्री धीरेन्द्र नौटियाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि आनन्द बिष्ट, रामकुमार कठैत, गोविन्द सिंह राणा, रामप्रसाद सेमवाल, कविता तिवारी, अनिल चौहान, शम्भू सिंह राणा एवं क्षेत्रीय जनता मौजूद रहे।