रिपोर्ट:- दीपक श्रीयाल, घनसाली
भवन में पर्याप्त जगह न होने से फरियादियों को होती है परेशानी
घनसाली:- विकासखंड भिलंगना की बालगंगा उप तहसील को नौ साल बाद भी अपने भवन की दरकार है। सरकार व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण बालगंगा उप तहसील वर्षों से किराये के भवन पर संचालित हो रही है। जबकि तहसील प्रशासन ने छह माह पूर्व भवन निर्माण के लिए प्रथम चरण की स्वीकृति के लिए शासन को एक करोड़ रुपये का आगणन बनाकर भेजा था, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं देखने को मिली है।
आपको बता दें कि विकासखंड भिलंगना के विशाल भौगोलिक क्षेत्रफल को देखते हुए केमर घाटी की जनता की मांग पर तत्कालीन सरकार की ओर से वर्ष 2014 में बालगंगा उप तहसील की घोषणा की गई थी। जो कि 2015 में अस्तित्व में आने के बाद फिलहाल शासन ने उप तहसील बालगंगा को लाटा के पास चार जुलाई 2015 से एक निजी भवन पर संचालित करने की अनुमति दी थी। लेकिन, तब से अभी तक बालगंगा उप तहसील को अपना भवन नहीं मिल पाया है।
उप तहसील के अंतर्गत क्षेत्र की केमर, आरगढ़, गोनगढ़, बासर थाती बूढ़ाकेदार सहित पांच पट्टी व 113 राजस्व गांव के साथ ही 13 पटवारी क्षेत्र शामिल हैं। हालांकि राजस्व विभाग ने उप तहसील भवन निर्माण के लिए छतियारा के पास राजस्व भूमि का चयन कर दिया है, जिसका भू-गर्भीय टीम से सर्वे तक करवाया जा चुका है। लेकिन, तब से भवन निर्माण का मामला आगे नहीं बढ़ पाया है और उप तहसील वर्षों से किराये के भवन पर ही संचालित हो रही है।
वहीं रणवीर सिंह पंवार, तहसीलदार का कहना है कि
पूर्व में उप जिलाधिकारी के माध्यम से भवन निर्माण को लेकर शासन को एक करोड़ का आगणन भेजा गया है। धनराशि मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।