पंचायत चुनाव में भाजपा की फजीहत, मंडल अध्यक्ष की पत्नी को मिले मात्र 4% वोट
टिहरी/घनसाली:- उत्तराखंड में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 में भाजपा को करारा झटका लगा है। चुनावी नतीजों ने जहां कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशियों को मजबूती दी, वहीं भाजपा को जनता ने बड़े पैमाने पर नकार दिया।
सबसे बड़ी फजीहत तब सामने आई जब एक भाजपा मंडल अध्यक्ष की पत्नी को चुनाव में मात्र 4% वोट से संतोष करना पड़ा। यह परिणाम भाजपा के जमीनी जनाधार में गिरावट और जनता के असंतोष को स्पष्ट दर्शाता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा सरकार की नीतियों, स्थानीय स्तर पर कामकाज में ढिलाई और आमजन से जुड़ाव की कमी की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी को निराशाजनक प्रदर्शन झेलना पड़ा।
इस चुनाव में कई सीटों पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी तीसरे या चौथे स्थान पर चले गए, जिससे पार्टी संगठन की चुनावी रणनीति पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी बेहतर तालमेल, स्थानीय मुद्दों की समझ और जनसंपर्क के चलते बड़ी संख्या में विजयी रहे।
पंचायत चुनाव 2025 के नतीजों ने साफ कर दिया है कि भाजपा के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में साख बचाए रखना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। अगर संगठन ने जमीनी स्तर पर संवाद नहीं बढ़ाया तो आने वाले बड़े चुनावों में भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।