घनसाली:- जनपद टिहरी के घनसाली क्षेत्र में 08 जनवरी से 12 जनवरी तक श्री विद्यामंदिर इंटर कॉलेज, घनसाली (निकट हनुमान मंदिर) में व्यापार मंडल घनसाली, नगर की मातृशक्ति, सामाजिक कार्यकर्ताओं व गौ सेवाश्रम गनगर के तत्वावधान में भव्य एवं दिव्य श्री गौ महिमा एवं श्री राम कथा का आयोजन होने जा रहा है।
आपको बता दें कि घनसाली क्षेत्र के ग्राम गनगर में विगत छः वर्षों से समस्त क्षेत्रीय गौ भक्तों के सहयोग से गौ सेवाश्रम संचालित हो रहा है। जिसके संस्थापक विनोद जोशी (शास्त्री) है। गौशाला में वर्तमान में 54 निराश्रित गौ वंशों का संरक्षण किया जा रहा है।
श्री गौ महिमा एवं श्री राम कथा का मुख्य उदेश्य गौमाता की महिमा एवं दिव्य गुणों से जनमानस को प्रेरित कर “गौ सेवा एवं संरक्षण” से जोड़ना है।
जैसा कि आपको विदित है कि इस कलिकाल में “सर्व देव मई” गौमाता असहाय अवस्था में सड़कों/बाजारों में अत्यन्त सर्दी/गर्मी/बरसात के कारण लाचार है तथा कूड़े में अपना भोजन ढूंढ़ रही है जो कि हम सभी सनातनियों के लिए अत्यन्त सोचनीय विषय है।
असहाय गौवंश की रक्षा के लिए “गौसेवाश्रम” गनगर विगत छः वर्षों से प्रयासरत है जहाँ पर वर्तमान में 54 गौवंश का संरक्षण किया जा रहा है। तथापि मानव के भौतिकवाद एवं पलायन के कारण नित्य गौवंश का ह्रास हो रहा है। वर्तमान समय में रामराज्य हेतु श्रीराम मन्दिर तीर्थ क्षेत्र अयोध्या का विषय हम सभी सनातनियों के लिए गौरव का विषय है, वहीं हमें सर्वदेवमयी “गौमाता” के संरक्षण हेतु भी अपना योगदान करना होगा तभी राम राज्य की कल्पना सार्थक हो सकती है।
अतः “गौवंश” के प्रति जनजागरूकता एवं त्वरित संरक्षण हेतु- पंच दिवसीय दिव्य श्री गौ कथा एवं श्री राम कथा मूल पारायण आप हम सभी के सहयोग से किया जाना निश्चित हुआ है। जिसमें आप कथा रसपान हेतु सपरिवार सहित सादर आमन्त्रित हैं।
श्री गौ महिमा एवं श्री राम कथा का मुख्य उदेश्य
(1) गौ कथा में प्राप्त सहयोग राशि को निर्माणाधीन “गौ सेवाश्रम गनगर” के विस्तारीकरण हेतु प्रदान करना।
(2) श्री रामलला मूर्तिप्राण प्रतिष्ठा की शुभ तिथि 08 प्रविष्टा माघ तद्नुसार सोमवार 22 जनवरी 2024 को सड़कों एवं बाजारों से 21 गौवंश को गौसेवाश्रम गनगर में पहुंचाकर व्यवस्थित करना।
अतः सभी गौ भक्तों का सहयोग प्रार्थनीय है।
आयोजक:- समस्त व्यापार मण्डल घनसाली एवं नगर की मातृशक्ति / सामाजिक कार्यकर्ता
निवेदक:- समस्त गौ भक्त एवं रामभक्त जन घनसाली/चमियाला