Char dham Yatra:-बाबा केदार की पंचमुखी डोली तीसरे पड़ाव के लिए फाटा से गौरीकुंड के लिए रवाना,विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में माता मंगला जी-भोले जी महाराज के संपूर्ण परिवार की ओर से हुई विशेष पूजा-अर्चना एवं विशाल भंडारे का आयोजन।

आस्था उत्तराखंड केदारनाथ चारधाम यात्रा ब्रेकिंग न्यूज

विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में माता मंगला जी-भोले जी महाराज के संपूर्ण परिवार की ओर से हुई विशेष पूजा-अर्चना एवं विशाल भंडारे का आयोजन

भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली अपने तीसरे पड़ाव के लिए फाटा से गौरीकुंड के लिए रवाना हो गई है।

बुधवार 8 मई को डोली रात्रि विश्राम के लिए गौरीकुंड पहुंचेगे और 9 मई गुरुवार को डोली गौरीकुंड से प्रस्थान कर केदारनाथ पहुंचेगी। जहां 10 मई को प्रातः7बजे भगवान केदारनाथ के कपाट देश-विदेश के तीर्थयात्रियों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। इसी के साथ चारधाम यात्रा की भी शुरूआत हो जाएगी।

इससे पहले भगवान केदारनाथ जी के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारपुरी के रक्षक बाबा भैरवनाथ की पूजा के साथ केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। इस वर्ष भी हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के संपूर्ण परिवार की ओर से विशेष पूजा-अर्चना की गई।

इस मौके पर भगवान केदारनाथ के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने बताया कि भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में पौराणिक परंपरा के अनुसार भगवान भैरवनाथ की विशेष पूजा अर्चना पूरी विधि विधान एवं पौराणिक परंपराओं के आधार पर की गई। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के समस्त परिवार की ओर से विशेष पूजा-अर्चना की गई जिसमें बड़ी संख्या में देश-विदेश से भक्त शामिल हुए।

विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में हंस फाउंडेशन के सौजन्य से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।

आपको बता दें कि सोमवार को ऊखीमठ,ओंकारेश्वर मंदिर से बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली हजारों श्रद्धालुओं की जयकारों के साथ सुबह लगभग 10 बजे सेना की 6 ग्रेनेडियर रेजीमेंट के बैंड की मधुर धुनों के साथ अपने पहले पड़ाव के गुप्तकाशी के लिए रवाना हुई। जहां डोली और श्रद्धालुओं का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया।
भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली जब सोमवार को अपने पहले पड़ाव के लिए श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची तो हजारों की संख्या में उपस्थित स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने डोली का भव्य स्वागत किया। विश्वनाथ मंदिर में भी माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के समस्त परिवार की ओर से भगवान केदारनाथ जी की विशेष पूजा-अर्चना की गई।

इस मौके पर हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज के सानिद्धय में चारधाम यात्र पर आए भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
इस मौके पर माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने अपने संदेश में देश-विदेश से चारधाम यात्रा पर पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सफल,सुखद एवं मंगलमय यात्रा की कामना करते हुए कहा कि चारधाम यात्रा में आपको किसी भी प्रकार की सेवाओं की आवश्यकता होगी, हंस फाउंडेशन आपके साथ खड़ा है।
भगवान केदारनाथ जी की डोली श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से मंगलवार सुबह अपने दूसरे पड़ाव पर फाटा पहुंची। दोपहर दो बजे फाटा पहुंचने पर हजारों श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ फाटा में डोली का स्वागत किया।
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने बुधवार 8 मई प्रात:8:45 बजे फाटा से तीसरे पड़ाव गौरीकुंड के लिए प्रस्थान किया। आज बाबा की डोली गौरीकुंड में रात्रि प्रवास करेगी। 9 मई सायं को डोली केदारनाथ पहुंचेगी इसी के साथ 10 मई को भगवान केदारनाथ धाम के कपाट पौराणिक परम्परानुसार आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।