देहरादून:- प्रदेश के पंचायतीराज एवं ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने यूएसनगर के जिला पंचायतराज अधिकारी (डीपीआरओ) रमेश चंद्र त्रिपाठी को विजिलेंस टीम के द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने पर विभागीय उच्च अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
पंचायतीराज एवं ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी करने वाले अधिकारी किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा कि उधमसिंह नगर के आरोपी डीपीआरओ रमेश चंद्र त्रिपाठी विजिलेंस टीम के द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गये हैं। इसलिए उन्होंने विभागीय उच्च अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
यह है पूरा मामला
बता दें बीते गुरुवार को उधमसिंह नगर के जिला पंचायत राज अधिकारी को ठेकेदार से उपकरणों की सप्लाई और कार्यों के भुगतान के एवज में एक लाख रुपए की रिश्वत मांगते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा। विजिलेंस की टीम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को रुद्रपुर स्थित एक मॉल से गिरफ्तार किया था।
मामला संज्ञान में तब आया जब पीड़ित ठेकेदार रिंकू सिंह ने रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज करवाई थी। ठेकेदार ने बताया था कि उसके द्वारा गई उपकरणों की सप्लाई और कार्यों के भुगतान के एवज में डीपीआरओ रमेश चंद्र त्रिपाठी एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
विजिलेंस की टीम ने मामले का संज्ञान लिया तो शिकायत सही मिली। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ को रिश्वत मांगते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। बता दें आरोपित रमेश चंद्र त्रिपाठी मूल रूप से महाराजगंज उत्तर प्रदेश का रहने वाला हैं।