घनसाली:- उत्तराखंड में आए दिन सड़क हादसे सुनने को मिल रहे हैं। वहीं एक तरफ चार धाम यात्रा भी अपने चरम पर है और बाहरी राज्यों से लाखों श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर भारी संख्या में पहुंच रहे हैं जिससे चार धाम यात्रा मोटर मार्गो में काफी ट्रैफिक देखने को मिल रहा है।
वहीं ताजा मामला टिहरी जनपद के घनसाली- चमियाला मोटर मार्ग का है जहां पर आज दोपहर 1:00 बजे के लगभग एक दुखद सड़क हादसा हो गया जिसमें चार धाम यात्रियों की गाड़ी ने बाइक सवार युवकों को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि यात्रियों के वाहन का टायर फट गया।
जानकारी के मुताबिक चार धाम यात्रियों का वाहन संख्या HR55AC8349 गंगोत्री से केदारनाथ की ओर जा रहे थे। चमियाला-घनसाली मोटरमार्ग बदरी-केदार गेस्ट हाऊस के नजदीक ग्राम सेंदुल में विपरीत दिशा से आ रहे बाइक सवार दो युवकों के साथ आमने-सामने की भिड़ंत हो गयी। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि यात्रियों के वाहन का टायर फट गया। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर ले जाया गया जहां डॉक्टरों के मुताबिक एक युवक को सामान चोटें तथा एक युवक गंभीर घायल बताया जा रहा है।
युवकों की पहचान (1) सागर चमोली पुत्र दिनेश चमोली, उम्र लगभग 21 वर्ष, हाल निवास सेंदुल (2) अरमान नाथ पुत्र विजेंद्र नाथ उम्र लगभग 22 वर्ष, निवासी गनगर के रूप में हुई है। जिसमे सागर चमोली की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है।
आपको बता दें कि चमियाला घनसाली मोटर मार्ग पर आए दिन सड़क हादसे देखने को मिलते हैं कभी नाबालिक बाइकर्स से सड़क हादसे तो कभी तेज रफ्तार वाहनों के कारण सड़क हादसे सुनने को मिलते हैं जिसमें कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं।
वहीं विगत एक माह पूर्व सिल्यारा के पास तेज रफ्तार ट्रक चालक द्वारा एक मूक-बधिर को टक्कर मारकर फरार हो गया था जिससे मूक बधिर की उपचार के दौरान दुखद मौत हो गई थी।
आपको बता दें कि उक्त मोटर मार्ग पर आए दिन सड़क हादसे देखने को मिलते हैं क्योंकि उक्त मोटर मार्ग सिंगल लेन होने के कारण एवं यात्रा सीजन में काफी ट्रैफिक होने के कारण बाहरी राज्यों के चालकों द्वारा तेज रफ्तार में वाहन को चलाकर हादसों को दावत देना है।
वही स्थानीय पुलिस प्रशासन को घनसाली-चमियाला मोटर मार्ग पर सघन चेकिंग अभियान चलाना चाहिए जिससे हादसों को कुछ हद तक रोका जा सके। क्योंकि आए दिन उक्त मोटर मार्ग पर नाबालिगों द्वारा अपने दुपहिया वाहनों को तेज रफ्तार में चलाकर व यात्रा सीजन में बाहरी राज्यों के ड्राइवरों द्वारा पहाड़ों पर तेज गति से वाहन को चलाते हैं जिससे वह अपने वाहन से नियंत्रण खो बैठते हैं एवं बड़ी अनहोनी का शिकार हो जाते हैं।