Awaken 2025: वैश्विक साधक ऋषिकेश में होंगे एकत्र, हिमालयन सिद्ध अक्षर के मार्गदर्शन में 10 दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा।
ऋषिकेश;- 26 नवम्बर 2025: इस नवम्बर, एक बार फिर ऋषिकेश की पवित्र भूमि विश्वभर के साधकों का संगम स्थल बनेगी, जहाँ अक्षर योग केंद्रा के संस्थापक हिमालयन सिद्ध अक्षर जी ‘Awaken 2025’ कार्यक्रम के अंतर्गत 10 दिवसीय पवित्र आध्यात्मिक यात्रा का नेतृत्व करेंगे। यह यात्रा योग, चेतना और हिमालयी ज्ञान की गहन परतों में आत्म-अन्वेषण की एक अनोखी साधना है।
15 से अधिक देशों—भारत, ताइवान, दुबई, सिंगापुर, जापान, इटली, यूके और यूएसए सहित—के प्रतिभागी इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। यहाँ वे भारत की समृद्ध आध्यात्मिक संस्कृति को आत्मसात करेंगे और हिमालयन सिद्ध अक्षर जी के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में शाश्वत योगिक विज्ञानों में गहराई से डूबेंगे। अक्षर जी को पूर्वोत्तर एशिया में “ग्रैंड मास्टर अक्षर” के रूप में सम्मानित किया जाता है और उत्तरी भारत में एक सिद्ध के रूप में आदर दिया जाता है।
मुख्य दृष्टि: योगिक जीवन के माध्यम से मानव क्षमता का उत्थान
Awaken 2025 के मूल में हिमालयन सिद्ध अक्षर जी का यह परिवर्तनीय संदेश निहित है:
“योग की यात्रा मानव क्षमता को जागृत करने की यात्रा है। यह जीवन से दूर भागने के बारे में नहीं, बल्कि इसे जागरूकता, समृद्धि और सौम्यता के साथ जीने के बारे में है।”
इस यात्रा का उद्देश्य जीवन के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक आयामों को समन्वित करना है—प्राचीन हिमालयी विधाओं जैसे आसन, प्राणायाम, मुद्रा, ध्यान, सिद्ध अभ्यास, सिद्ध उपचार विज्ञान (सिद्धpathy), प्राकृतिक चिकित्सा और ऊर्जा-विकिरण साधनाओं के माध्यम से।
इन दस दिनों में प्रतिभागी अपने भीतर के स्रोत से पुनः जुड़ेंगे और समृद्धि, आनंद और शांति के गहरे अर्थ को पुनः खोजेंगे।
क्यों ऋषिकेश – दिव्यता का निवास स्थान
ऋषिकेश, जिसे योग और आध्यात्मिक शिक्षाओं की परम भूमि माना जाता है, सदियों से ऋषियों और साधकों का आश्रय रहा है। पवित्र गंगा के तट और हिमालय की शांति से घिरे इस स्थल का प्राकृतिक वातावरण साधकों में सहज रूप से परिवर्तन जागृत करता है।
हिमालयन सिद्ध अक्षर जी के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में प्रतिभागियों को शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने वाली पवित्र हिमालयी साधनाओं से परिचित कराया जाएगा। इनमें शामिल हैं:
• सूर्य साधना
• हरिद्वार में अग्नि अनुष्ठान, जो भीतर प्रकाश के विस्तार और शुद्धिकरण के लिए किए जाते हैं।
उन्नत ध्यानी अनुभव जैसे:
• अर्ध जल मग्न ध्यान
• पूर्ण जल मग्न ध्यान
प्रतिभागी को कर्मिक छापों को विलीन करने और जीवन की मूल आवृत्ति के साथ एकाकार होना सिखाएंगे।
सिद्ध अभ्यास के माध्यम से शरीर को चेतना के पवित्र उपकरण के रूप में समझा जाएगा—इसमें शरीर की जन्मजात बुद्धि को जगाना, प्राणिक एवं तंत्रिका तंत्र को मजबूत करना और प्राकृतिक उपचार क्षमता का विकास शामिल है।
यात्रा में गोल्डन रेश्यो ट्रेनिंग भी शामिल है, जिसके माध्यम से योगिक ज्यामिति और श्वास-संतुलन तकनीकें शरीर की आंतरिक संरचना और ऊर्जा मार्गों का समन्वय करती हैं। इसमें प्रतिभागी विचार, ध्वनि और संकल्प के माध्यम से अपनी वास्तविकताओं को रूपांतरित करना सीखेंगे।
इन अनुभवों के साथ जीवन-मरण चक्र, पूर्वजों के कर्तव्य और डीएनए शुद्धिकरण पर आधारित प्राचीन हिमालयी शिक्षाएँ भी जुड़ी होंगी। साधक यह समझेंगे कि कैसे कर्म—कर्म, भावना और ऊर्जा—पीढ़ियों तक भाग्य को आकार देते हैं।
इस प्रकार, ऋषिकेश केवल एक गंतव्य नहीं—यह आत्मा का जीवंत कक्षा-कक्ष बन जाता है, जहाँ प्रत्येक साधक अपने वास्तविक अस्तित्व को पहचानता है और अपनी उच्चतम संभावनाओं के जागरण की ओर अग्रसर होता है।
चेतना के विकास के लिए एक वैश्विक संगम
Awaken 2025 विश्वभर के उद्यमियों, कॉर्पोरेट नेताओं, डॉक्टरों, योग शिक्षकों, हीलर्स और आध्यात्मिक aspirants को एकजुट करता है—जो सभी सचेतन विकास की ओर अग्रसर हैं।
ग्रैंड मास्टर अक्षर के नेतृत्व में प्रतिभागियों को एक ऐसी साधना-यात्रा का अनुभव होगा, जिसमें अनुशासन और आनंद, चिंतन और सहजता, व्यक्तिगत परिवर्तन और वैश्विक सद्भाव का समन्वय है।
संवाद, प्रवचन और अनुभवात्मक साधनाओं के माध्यम से हिमालयन सिद्ध अक्षर जी ऊर्जा संरेखण, कर्मिक संतुलन और अंतर्यात्रा के सिद्धांतों को आधुनिक चेतना के अनुरूप एक जीवंत रूप में साझा करेंगे।
“अक्षर योग केंद्रा ने 10-दिवसीय ‘अवेकेन 2025 – द जर्नी ऑफ़ सेल्फ-डिस्कवरी’ के लिए पूरे ताज ऋषिकेश परिसर को विशेष रूप से बुक किया है, जिससे प्रतिभागियों को ध्यान, साधना और प्रशिक्षण के लिए पूर्ण एकांत और निर्बाध शांति का वातावरण मिल सके।
पूरे रिट्रीट के दौरान पूर्णतः सात्त्विक आहार परोसा जाएगा — जिसमें प्याज़, लहसुन, मांसाहारी सामग्री या किसी भी प्रकार के मद्य पदार्थ का उपयोग नहीं होगा — ताकि एक स्वच्छ, उच्च-ऊर्जा वाला पाक अनुभव प्रदान किया जा सके।”
अक्षर योग केंद्रा द्वारा पहल
अक्षर योग केंद्रा, जिसमें 50,000 से अधिक प्रशिक्षित शिक्षक, 21 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड और विश्वभर में लाखों साधक जुड़े हैं, प्राचीन योगिक परंपराओं के पुनर्जीवन में अग्रणी संस्थान है।
हिमालयन सिद्ध अक्षर जी की दूरदर्शी सोच के अंतर्गत AYK का मिशन है—समय-सिद्ध भारतीय ज्ञान को संरचित शिक्षा, शिक्षक प्रशिक्षण, रिट्रीट और स्वास्थ्य अनुसंधान के माध्यम से विश्व तक पहुँचाना। इसके प्रयास हिमालयी शिक्षाओं को आधुनिक जीवन से जोड़ते हैं, जिससे योग को परिवर्तन के एक जीवंत और व्यावहारिक विज्ञान के रूप में अनुभव किया जा सके।
यात्रा का मुख्य संदेश
Awaken 2025 एक पावन निमंत्रण है—
संतुलन को पुनः पाने, सचेतन जीने और भारत की महान हिमालयी विरासत का उत्सव मनाने का।
यह ग्रैंड मास्टर अक्षर की इस शाश्वत शिक्षा को आगे बढ़ाता है:
“आध्यात्मिक विकास तब प्रारंभ होता है जब आप दिनचर्या से ऊपर उठकर दिव्य को स्पर्श करते हैं, जहाँ अनुशासन आपको रूपांतरित करता है और जीवन भौतिक एवं आध्यात्मिक दोनों रूपों में पूर्ण हो जाता है।”
यह यात्रा हिमालय की आध्यात्मिक शक्ति और आधुनिक विश्व के मध्य एक सेतु के रूप में खड़ी है—याद दिलाती है कि आनंद, समृद्धि और दिव्यता कोई दूर स्थित लक्ष्य नहीं, बल्कि हमारी मूल प्रकृति हैं।
मीडिया आमंत्रण
मीडिया प्रतिनिधियों को इस वैश्विक आध्यात्मिक संगम को कवर करने और हिमालयी ज्ञान की जीवंत परंपरा का साक्षी बनने के लिए सादर आमंत्रित किया जाता है।
अवसरों में शामिल हैं:
• हिमालयन सिद्ध अक्षर जी के साथ व्यक्तिगत संवाद और प्रेस मीट
• सत्रों, अनुष्ठानों और सामुदायिक गतिविधियों का लाइव प्रसारण
• प्रतिभागियों के साक्षात्कार और वैश्विक सांस्कृतिक आदान-प्रदान
तिथियाँ: 24 नवम्बर – 4 दिसम्बर, 2025
स्थान: ताज ऋषिकेश रिज़ॉर्ट एंड स्पा, उत्तराखंड
मीडिया पूछताछ हेतु:
communication@aksharyoga.com
