मसूरी:- उत्तराखंड के लोक गायक गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी अपने गाने की शूटिंग के लिए मसूरी पहुंचे। मसूरी के कंपनी गार्डन में उन्होंने अपने एक गाने की शूटिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा मसूरी काफी खूबसूरत क्षेत्र है। उनका एक गाना है जो फूलों पर आधारित है। उसको शूट करने के लिए वे मसूरी कंपनी गार्डन आए हैं।
नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा अब कैसेट का जमाना खत्म हो चुका है, जिसमें 8 गाने एक साथ हुआ करते थे। अब एक-एक गाना ही यूट्यूब में अपलोड किया जा रहा है। नए जमाने में नए तरीके से लोग गाने देखना पसंद करते हैं। आज के नौजवान पीढ़ी भी इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा वह बुजुर्ग हो चुके हैं। ऐसे में पूर्व की तरह वह गाने तो नहीं गा पा रहे हैं, लेकिन दो-तीन महीने में एक गाना वह जरूर अपने प्रशंसकों के लिए रिलीज करते हैं।
वहीं इस दौरान नरेंद्र नेगी ने उत्तराखंड भर्ती घोटाला को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार को प्रदेश के बच्चों के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए और परिवारवाद को पूर्ण रूप से समाप्त किया जाना चाहिए। उत्तराखंड को पाने के लिए नौजवानों ने अपना सर्वोच्च न्योछावर किया। उनके मां बाप ने राज्य आंदोलन में भाग लिया। यही कारण था कि हम अलग से उत्तराखंड का निर्माण कर पाए, लेकिन उत्तराखंड निर्माण का सपना अभी पूरा नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा उत्तराखंड आंदोलन देवभूमि के लोगों ने किया है, ना कि बाहरी राज्यों के लोगों ने। ऐसे में उत्तराखंड में प्रदेश के लोगों को ही प्राथमिकता मिलनी चाहिए। वर्तमान में उत्तराखंड के शीर्ष नेतृत्व में बैठे लोगों की संवेदनाएं मर चुकी है। भर्ती घोटाले को लेकर उन्होंने लोकतंत्र गीत रिलीज किया था। जिसमें उन्होंने बताया कि राजनेता और घोटालेबाज तो राजा बन गए, लेकिन प्रजातंत्र प्रजा ही बन कर रह गई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद यहां कुछ नहीं हुआ यह कहना गलत है। उत्तराखंड में सड़कों के जाल बिछाये जा रहे हैं। रेलवे लाइन डाली जा रही है, लेकिन पहाड़ के विकास के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। ताकि पहाड़ से पलायन को रोका जा सके।
वहीं, अंकिता भंडारी हत्याकांड पर नरेंद्र सिंह नेगी ने भाजपा सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा भाजपा के नेता ने अनाधिकृत रिजार्ट बना रखे हैं, जिसमें अवैध तरीके की गतिविधियां चल रही है। अगर सरकार समय रहते रिजॉर्ट, होटल में कार्रवाई करती और पुलिस का डर होता तो शायद अंकिता भंडारी के साथ इस तरीके की घटना ना हो पाती। दुख की बात यह है कि सत्ताधारी दल के नेता इसमें सम्मिलित हैं। उन्होने कहा कांग्रेस का प्रदेश से सफाया, इन्हीं कारणों और परिवारवाद की वजह से हुआ है। अब यह भाजपा भी सोच ले कि इन सब घटनाओं पर रोक नहीं लगी तो उनका भी प्रदेश से सफाया होना तय है।