◆ टिहरी झील में रविवार से चलेगी क्रूज बोट, ट्रायल हुआ पूरा।
◆ आठ करोड़ से बना है 12 कमरों का क्रूज, 30 से 40 हजार प्रति कमरा होगा किराया
नई टिहरी/ टिहरी गढ़वाल:- टिहरी झील में आधुनिक सुविधा युक्त क्रूज बोट संचालन का लंबा इंतजार अब खत्म होने वाला है। एक दिसंबर से टिहरी झील में साहसिक खेलों के शौकीन क्रूज में सफर कर रात में भी झील का दीदार कर सकेंगे। क्रूज बोट संचालन से झील में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही इससे स्थानीय लोगों को भी फायदा मिलेगा। क्रूज बोट में एक कमरे का किराया करीब 30 से 40 हजार रुपये के बीच देना होगा।
टिहरी झील में वर्ष 2014-15 में बोटिंग की शुरुआत हुई थी। लेकिन आधुनिक सुविधा युक्त बोटों का अभी भी अभाव बना हुआ था। टाडा (टिहरी झील विशेष क्षेत्र पर्यटन प्राधिकरण) ने करीब दो साल पहले खुली निविदा के आधार पर झील में एक क्रूज बोट उतारने का काम निजी क्षेत्र की एक कंपनी को दिया था। संबंधित कंपनी ने निजी संसाधनों से झील में करीब आठ करोड़ की लागत से क्रूज बोट का निर्माण किया है। वर्तमान में क्रूज का ट्रायल भी सफल रहा था। ट्रायल सफल रहने के बाद कंपनी ने विधिवत रूप से क्रूज संचालन की एनओसी के लिए टाडा में आवेदन किया था।
गुरुवार को टाडा के सीईओ जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देश पर जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी सतीश त्रिपाठी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सीवी कुंड ने क्रूज बोट का निरीक्षण किया। वह निरीक्षण रिपोर्ट सीईओ को देंगे। जिसके बाद एनओसी जारी होगी।
संबंधित कंपनी के निदेशक विजय बिष्ट ने बताया कि एक दिसंबर से 12 कमरें, रेस्टोरेंट, शौचालय समेत अन्य आधुनिक सुविधा युक्त क्रूज का संचालन शुरू किया जाएगा। बताया कि क्रूज के एक कमरे का किराया करीब 30 से 40 हजार के बीच तय किया गया है। इस संबंध का वेबसाइट पर जानकारी भी साझा की जाएगी। बताया कि डोबरा, तिवाड़गांव, रौलाकोट में क्रूज के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं। क्रूज में विभिन्न तरह के गढ़वाली, देशी- विदेशी व्यंजन भी पर्यटकों को परोसे जाएंगे। उम्मीद है कि झील में क्रूज के शुरू होने से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। पर्यटक रात 42 वर्ग किमी में फैली विश्व प्रसिद्ध झील में चलते फिरते क्रूज में प्रकृति का दीदार कर सकेंगे।
डीएम एवं सीईओ के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम ने गुरुवार को क्रूज बोट का निरीक्षण किया है। निरीक्षण रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। जिसके बाद एनओसी जारी की जाएगी: सोबत सिंह राणा, एसीईओ टाडा / जिला पर्यटन अधिकारी।