टिहरी गढ़वाल:- गुरूवार को प्रज्ञा दीक्षित (पत्नी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित) द्वारा पं. दीनदयाल उपाध्याय मिनी सचिवालय के सभागार साबली तल्ली में तथा रा.उ.प्रा. विद्यालय साबली में किशोरियों एवं महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन वितरित करते हुए उसके के फायदे, उपयोग करने और उपयोग करने बाद डिस्पोज करने के तरीके, माहवारी के दौरान होने वाली शारीरिक परिवर्तन एवं परेशानियां, साफ-सफाई आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
उन्होंने किशोरियों से कहा कि पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, इसको लेकर शर्मायें नहीं, बल्कि गर्व से कहें कि हम नारी हैं। उन्होंने कहा कि पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई बहुत जरूरी है, इसलिए एक दिन में चार बार अथवा फ्लों के अनुसार सैनिटरी पैड चेंज करते रहें।
अपने आहार में आयरन और विटामीन-सी वाली चीजे शामिल करें, हिमोग्लोबिन की नियमित जांच करवायें तथा अपने पोषण आहार को लेकर सजग रहें।
उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि साबली में कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं है। महिलाओं को बच्चों और परिवार के साथ-साथ स्वयं का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
इस दौरान महिलाएं और किशोरियों ने प्रज्ञा दीक्षित को अपने बीच पाकर काफी उत्साहित नजर आई तथा अपने पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए जानकारी हांसिल की गई।
प्रज्ञा दीक्षित ने कहा कि माहवारी में सैनिटरी नैपकिन का उपयोग सर्वोत्तम विकल्प है, इससे इंफेक्शन, ब्रेस्ट केंसर, बच्चेदानी केंसर आदि अन्य कई बीमारियों के खतरे से बचा जा सकता है। उन्होंने सैनिटरी नैपकिन के उपयोग के बाद उसको डिस्पोज करने का तरीका बताते हुए माहवारी का वेस्ट, गीला और सूखा कूड़े से अलग कूड़ेदान में रखने को कहा।
प्रज्ञा दीक्षित द्वारा रा.उ.प्रा. विद्यालय साबली में स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ बैठकर मिड डे मील खाकर भोजन की जांच की भी गई।
इस मौके पर सीडीपीओ ममता लेखक, सुपरवाइजर भागीरथी पंवार, आंगनवाड़ी कार्यकत्री प्रकाशी बहुगुणा, आशा कार्यकत्री प्रकाशी देवी, सहायिका गुड्डी देवी, अध्यापक अखिलेश उनियाल, भोजन माता विजय लक्ष्मी बहुगुणा सहित गांव की महिलाएं एवं किशोरियां मौजूद रही।