लुप्त होने की कगार पर पनचक्की या घराट, परंपरागत वैज्ञानिकता का उत्कृष्ट नमूना: शैलेंद्र सिंह नेगी PCS

घनसाली:- आपने अक्सर पहाड़ी क्षेत्रों में बहती हुई नदियों व गाड गदेरों में पनचक्की या घराट देखे होंगे। यह पनचक्की या घराट पहाड़ी समाज की मूलभूत आवश्यकताओ की पूर्ति का एक माध्यम होती थी। साथ ही यह उस दौर में प्राकृतिक संसाधनों एवं वैज्ञानिक सोच का एक शानदार मिश्रण एवं प्रयोग होते थे। पनचक्की या […]

Continue Reading