पिलखी अस्पताल में ‘ऑपरेशन स्वास्थ्य’ आंदोलन का दूसरा दिन, अनीशा और रवीना को न्याय की मांग के साथ उठीं स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधारने की आवाजें।

उत्तराखंड घनसाली ब्रेकिंग न्यूज

पिलखी अस्पताल में ‘ऑपरेशन स्वास्थ्य’ आंदोलन का दूसरा दिन, अनीशा और रवीना को न्याय की मांग के साथ उठीं स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधारने की आवाजें।

घनसाली (टिहरी गढ़वाल):- भिलंगना विकासखंड में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की बदहाली के खिलाफ समाज अब सड़कों पर उतर आया है। समाजसेवी संदीप आर्य के नेतृत्व में चल रहे “ऑपरेशन स्वास्थ्य” आंदोलन के तहत पिलखी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को भी धरना प्रदर्शन दूसरे दिन जारी रहा।

प्रदर्शनकारियों ने पिछले माह अनीशा रावत और बीते शुक्रवार को रवीना कठैत की प्रसव के बाद हुई मौतों पर गहरा आक्रोश जताया। उनका कहना है कि यह मौतें विभागीय लापरवाही का परिणाम हैं, जिन्हें अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। लोगों ने प्रशासन से दोनों मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए जिम्मेदार डॉक्टरों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए कई ठोस मांगें रखीं। इनमें पिलखी और बेलेश्वर अस्पताल का उच्चीकरण, दोनों अस्पतालों में अनुभवी डॉक्टरों की स्थायी तैनाती, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे की सुविधाओं की उपलब्धता, 24 घंटे ब्लड बैंक की व्यवस्था, तथा मृतक अनीशा और रवीना के परिजनों को 20-20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रमुख मांगें शामिल हैं।

धरने में क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक संगठनों, महिला मंगल दलों और युवाओं ने भारी संख्या में भाग लिया। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।
इस मौके पर संदीप आर्य ने कहा कि राज्य स्थापना के 25 वर्ष बाद भी पहाड़ों की स्वास्थ्य सेवाएं उपेक्षा का शिकार हैं। यदि सरकार अब भी नहीं जागी तो भिलंगना की जनता आने वाले समय में व्यापक जनांदोलन छेड़ने को मजबूर होगी।
प्रदर्शनकारियों में जिपंस विक्रम घणाता, हरीश रावत, पुरुषोत्तम, लोकगायक शांति श्रीवाण, मुकेश आदि तमाम लोग मौजूद रहे, वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष मान सिंह रौंतेला, जिपंस सदस्य विजयपाल रावत ने भी अपना समर्थन दिया।