घनसाली:- खतलिंग पर्यटन विकास मेले के शुभारंभ में पहुंचे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज,दी घनसाली को कई सौगात।

उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल देहरादून ब्रेकिंग न्यूज

घनसाली:- खतलिंग पर्यटन विकास मंडल के सहयोग से हर वर्ष होने वाली खतलिंग महायात्रा का शुभारंभ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने किया। इस महायात्रा में लोकगायक किशन महिपाल एवं टीम ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति पेश की। महायात्रा शुभारंभ के दौरान महाराज ने घनसाली विधानसभा को करोड़ों रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया तथा खतलिंग पर्यटन विकास मेले को राजकीय मेला घोषित किया है।


शनिवार को विकासखण्ड भिलंगना के घुतु में खतलिंग पर्यटन विकास मंडल के तत्वाधान में हर वर्ष होने वाली खतलिंग महायात्रा के अवसर पर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज घनसाली पहुंचे। सतपाल महाराज ने महायात्रा का शुभारंभ करते हुए खतलिंग पर्यटन विकास मेले को राजकीय मेला घोषित करते हुए विधानसभा क्षेत्र घनसाली में 3 करोड़ 87 लाख 73 हजार रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास तथा 83 लाख की योजनाओं का लोकार्पण किया है। इस अवसर पर सतपाल महाराज ने कहा है कि प्रदेश सरकार टिहरी झील को डेवलप कर वर्ड क्लास डेस्टिनेशन बनाया जायेगा साथ ही कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोक कलाकारों का मानदेय दोगुना कर दिया गया है। तथा लोक कलाकारों को पहचानपत्र दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों में 22 से 24 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है जिससे बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।


वहीं मेले में क्षेत्रीय विधायक शक्तिलाल शाह ने उत्तराखंड के ग़ांधी स्व0 इंद्रमणी बडोनी को नमन करते हुए कहा है कि खतलिंग पर्यटन विकास मेला बडोनी जी द्वारा शुरू किया गया था जिसको धीरे-धीरे विश्व प्रसिद्ध पहचान मिल रही है। साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रदेश की चौथी पंचवर्षीय में घनसाली क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकास का पहिया घूमा है और आने वाले समय मे भी घनसाली विधानसभा क्षेत्र में विकास के नये आयाम स्थापित किये जायेंगे।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख बसुमति घणाता, ज्येष्ठ उपप्रमुख राजेन्द्र गुसाईं, कनिष्ठ उपप्रमुख चंद्रमोहन नौटियाल, आनंद बिष्ट कमलेश्वर कंसवाल, रामकुमार कठैत, सीता रावत, चंद्र कंडारी भजन रावत,कुशाल रावत, विक्रम असवाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।