घनसाली:- जान जोखिम में डालकर उफनते गदेरे को पार कर रहे है ग्रामीण, वर्षों से कर रहे है पुलिया की मांग।

उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल ब्रेकिंग न्यूज

 

रिपोर्ट:- पंकज भट्ट, घनसाली

घनसाली/चमियाला:- पूरे प्रदेश में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक बैठ रही है।मौसम का मिजाज तल्ख हैं, बीते दो दिनों से लगातार बारिश से नदी-नाले उफान अपने पर हैं। जिससे लोगों को आवाजाही करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं कुछ ऐसे ही तस्वीर घनसाली विधानसभा के बासर पट्टी से सामने आई है, जहां ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर उफनते नाले को पार करते दिखाई दे रहे हैं। बारिश के मौसम में थोड़ी सी लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है। वहीं बरसात के सीजन में गदेरा अपना रौद्र रूप धारण कर लेता है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में भारी बरसात से नदी-नाले अपने उफान पर हैं जिनका जलस्तर बारिश होते ही लगातार बढ़ रहा है। वहीं कुछ ऐसे ही तस्वीर टिहरी जिले के बालगंगा तहसील स्थित पट्टी बासर के मान्दरा गांव से सामने आई है, जहां ग्रामीण जान जोखिम में डालकर उफनते नाले को पार करते दिखाई दे रहे हैं।
यहां के ग्रमीणों का कहना है कि वह लंबे समय से पुल की मांग करते आ रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा है। ग्रामीण कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसर और मंत्री को पुल निर्माण की मांग को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अभी तक इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बार मांग को अनसुना कर ग्रामीणों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है, जिससे ग्रामीणों में खासा रोष है।
ग्राम प्रधान ओम प्रकाश और पूर्व प्रधान मोहन लाल भट्ट ने बताया कि कई बार प्रशासन को पत्र लिखकर गदेरे पर पुलिया की मांग की गई, लेकिन आज तक किसी ने भी इस और ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि लोगों को जान हथेली पर रखकर गदेरा पार करना पड़ रहा है। तेज बारिश होते ही ग्रामीण गांव में कैद हो जाते हैं।
ग्रामीण पुल की मांग करते-करते थक चुके हैं और सरकार की बेरुखी लोगों की जिंदगी पर कभी भी भारी पड़ सकती है। नाला अपने उफान पर होने के कारण लोग रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए मार्केट तक नहीं जा पाते हैं।