घनसाली/चमियाला:- पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं नदी नाले भी अपना विक्राल रूप लिए उफान पर हैं।
जी हाँ ताजा मामला टिहरी जनपद के बालगंगा तहसील के अंतर्गत बूढ़ाकेदार और बासर क्षेत्र का है। जहां चमियाला-बूढ़ाकेदार मार्ग पर चानी बासर (घाटी) का गदेरा जोरदार बारिश से इस तरह उफान पर था कि परीक्षा देने जा रही छात्राएं भी मजबूरन वहीं रुक गई। आपको बता दें कि घनसाली विधानसभा के घनसाली क्षेत्र में बालगंगा महाविद्यालय सेंदुल केमर उच्च शिक्षा का एक मात्र केंद्र है। क्षेत्र में एक मात्र महाविद्यालय होने के कारण दूर दराज के छात्रों को जैसे-तैसे करके विद्यालय पहुंचना होता है लेकिन न ही डबल इंजन सरकार के जनप्रतिनिधि व लोक निर्माण विभाग इन गदेरों पर आज तक पुल बना पाया और न ही उत्तराखंड सरकार दूर दराज के क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के केंद्र खोल पाई। आखिर सवाल सरकार पर उठते हैं कि २३ वर्षों के उत्तराखंड में विकास आज भी कोसों दूर है। जबकि आज सुबह अपनी परीक्षा देने जा रही छात्राएं घंटों तक गदेरा में उफनते पानी का कम होने का इंतजार करती रही और वहां पर मौजूद प्रदेश की सत्ता में विराजमान भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष चंद्रेश नाथ भी मौजूद थे।
आखिर क्यों विकास-विकास चिल्लाने वाले डबल इंजन सरकार के प्रतिनिधियों की नींद आज तक नहीं खुली। क्या किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे है। आखिर ऐसी डेंजर जोन जगह पर बरसात के लिए पैदल पुल क्यों नही बनवा सकते या सिर्फ कागजों में ही विकास सिमट कर रह जायेगा।
