घनसाली:- सिंचाई नहर पर पानी नहीं चलने से आक्रोशित ग्रामीणों ने डीएम की गाड़ी का किया घेराव।

उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल ब्रेकिंग न्यूज

घनसाली/चमियाला:- भिलंगना विकासखंड के केमर घाटी में सिंचाई नहर की खस्ताहाल के कारण नहर पर पानी की सप्लाई न होने से नाराज काश्तकारों ने बूढाकेदार जा रही डीएम और अधिकारियों के वाहनों को रोककर उनका घेराव किया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शीघ्र क्षेत्र की क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत की मांग की। वहीं ग्रामीणों ने मांग पूरी न होने पर तहसील मुख्यालय पर धरने की चेतावनी भी दी। डीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया, कि शीघ्र नहरों की स्थिति सुधारी जाएगी।

आपको बता दें कि शनिवार को जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव अपने प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत बूढाकेदार की ओर कार्यक्रम में शामिल होने जा रही थी। डीएम के बूढ़ाकेदार जाने की खबर जैसे ही क्षेत्र के ग्रामीणों को लगी तो श्रीकोट, बेलेश्वर और नगर पंचायत चमियाला के कास्तकार चमियाला- बूढ़ाकेदार मार्ग के श्रीकोट गधेरे पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने डीएम के वाहन को रोक कर क्षेत्र की सिंचाई नहरों पर पानी न चलने के कारण धान की नर्सरियों के सूखने की शिकायत की। चमियाला नगर पंचायत सभाषद कौशल्या देवी, राजेन्द्र सिंह, विनोद रावत, गैणा सिंह पंवार, हुकम सिंह रावत आदि ने कहा कि केमर सिंचाई नहर केमर घाटी के खेतों की लाइफलाइन है। लेकिन सिंचाई विभाग नहर की मरम्मत और रख-रखाव नहीं कर पा रहा है। जिसके कारण लोगों के खेतों की फसल सूख रही है। साथ धान की रोपाई भी नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों ने कहा कि नहर जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। साथ ही नहरों पर बेलदारों की व्यवस्था न होने के कारण सारा पानी नहर के हेड पर बसे कास्तकार अपने खेतों में लगा देते हैं। जिसके कारण नहर के टेल के कास्तकारों को पानी नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने डीएम से शीघ्र खस्ताहाल नहरों की मरम्मत न करने तथा सिंचाई के लिये पानी की व्यवस्था उपलब्ध न करने पर तहसील मुख्यालय घनसाली में अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी।

वहीं जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव ने मौके पर ही ग्रामीणों के सामने सिंचाई विभाग के ईई को फोन कर मंगलवार तक नहरों का निरीक्षण करने तथा बुधवार को उन्हें रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

इस मौके पर रोशनी देवी, रमेश रावत, बलबीर रावत, कमली देवी, कुशाल सिंह, पुंडीर, कुशाल सिंह रावत, विजय पंवार, शकुंतला देवी सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।