घनसाली/टिहरी गढ़वाल:– जहां एक तरफ ऊंची राजनीतिक पहुंच वाले शिक्षकों को हमेशा सुगम की सेवा मिलती है मनपसंद जगह मिलती है कभी राज्य स्तरीय पुरस्कार तो कभी जनपद स्तरीय पुरस्कार से नवाजा जाता है। वहीं टिहरी जनपद में विकासखंड भिलंगना के सबसे दूरस्थ गांव राजकीय प्राथमिक विद्यालय लमवाड़ा भटगांव संकुल केंद्र, विकासखंड भिलंगना के शिक्षक कमल पवार शिक्षकों के लिए एक नजीर बन कर उभरे हैं । अध्यापक कमल पवार और सहायक अध्यापिका प्रमिला रावत इस अति दुर्गम श्रेणी के विद्यालय में विगत 10 वर्षों से विद्यालय में सेवा दे रहे हैं। लगभग 40 छात्र संख्या के इस विद्यालय में दोनों शिक्षक शिक्षिकाओं का अपने बच्चों और विद्यालय के प्रति बेहद लगाव रहता है। बच्चों का अनुशासन ड्रेस,खान-पान के साथ-साथ बच्चों और विद्यालय की साफ-सफाई प्रत्येक हफ्ते अलग-अलग तरह से बच्चों की पसंद का भोजन ,पढ़ाई के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में खूब प्रतिभाग करते हैं। पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ पोषाहार हफ्ते में ड्राई फ्रूट्स, मौसमी फल बच्चों को खूब दिए जाते हैं। जरूरत पड़ने पर दोनों शिक्षक आपनी तनख्वाह से भी कई बार बच्चों के लिए जरूरत का सामान भी खरीदते हैं। और तो और जब बच्चों के बाल लंबे हो जाते हैं तो शिक्षक कमल पवार खुद ही उनके बाल भी बनवा देते हैं। महीने में दो बार शिक्षक कमल पवार सभी बच्चों के कपड़े अपने घर ले जाकर मशीन में धुल कर फिर प्रेस करके बच्चों को पहनाते हैं।
शिक्षक कमल पवार और शिक्षिका प्रमिला रावत कहती है कि विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन, साफ-सफाई ठीक तरीके का पोषाहार, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद सभी विषयों पर पूरा ध्यान दिया जाता है जिससे बच्चों का खूब मन लगता है। कई बार बच्चे घर जाने को भी तैयार नहीं होते हैं बच्चे भी दोनों शिक्षक शिक्षिकाओं से बेहद खुश रहते हैं। दोनों शिक्षक शिक्षिकाएं अपने शिक्षक समाज के लिए एक नजीर पेश कर रहे हैं।