सराहनीय:- प्राइवेट स्कूलों को छोड़कर टिहरी के इस सरकारी स्कूल में बड़ी मात्रा में प्रवेश ले रहे हैं बच्चे, प्रधानाचार्य विजयपाल रावत की मेहनत लाई रंग।

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टिहरी गढ़वाल:- हर अभिभावक की इच्छा होती है कि उसका बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़े और उसे वहां हर आधुनिक सुविधा मिले, जिससे उसका संपूर्ण विकास हो। इसके लिए अभिभावक भारी-भरकम फीस चुका कर बच्चों को बड़े प्राइवेट स्कूलों में भेजते हैं, लेकिन टिहरी में प्रतापनगर विधानसभा के लंबगांव की कहानी थोड़ी अलग है। यहां अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल से छुड़ा कर GIC लंबगांव सरकारी स्कूल में दाखिल करवा रहे हैं। अब तो स्थिति यह हो गई है कि विद्यालय के पास पर्याप्त भवन न होने के कारण प्रधानाचार्य एवं सभी शिक्षक परेशान है।
इसकी वजह है स्कूल के प्रधानाचार्य एवं उनका काबिल स्टाफ और यहां दी जा रहीं सुविधाएं। इन सुविधाओं के पीछे यहां के प्रधानाचार्य विजयपाल सिंह रावत एवं उनके समस्त स्टाफ की कड़ी मेहनत है। यहां के प्रधानाचार्य विजयपाल सिंह रावत ने विद्यालय को नंबर वन बनाने की लड़ाई शुरू की। वह इसे उत्तराखंड का पहला मॉडल स्कूल के रूप में बनाना चाहते है। जहां हर स्तर का बच्चा आसानी से शिक्षा हासिल कर सके।

आपको बता दें कि टिहरी गढ़वाल में प्रतापनगर विधानसभा के लंबगांव में अटल उत्कृष्ट विद्यालय बनने के बाद लगातार छात्र/छात्राओं की संख्या बढ़ रही है और लोग सरकारी स्कूल पर विश्वास जता रहे हैं जिसका नतीजा जहां सत्र 2019-2020 विद्यालय में छात्र संख्या घटकर 154 रह गई थी वहीं अटल उत्कृष्ठ विद्यालय बनने के बाद 2021-22 में छात्र संख्या बढ़कर 233 हुई है, जिसमें 98 छात्र/छात्राओं ने प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल छोड़कर GIC लंबगांव में विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश लिया है।
वहीं अगर वर्तमान सत्र की बात करें तो 2022-2023 गतिमान है अभी कक्षा 11 में प्रवेश जुलाई में होने है इसके बावजूद संख्या 300 पार हो चुकी है जिसमें से अभी तक 81 नए बच्चों ने प्रवेश लिया है जिसमे 48 छात्र/छात्राएं प्राईवेट स्कूल से आए है। इस हिसाब से लग रहा है कि इस सत्र में यह अनुमानित संख्या 350 पार हो सकती है जिसमें बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूलों के इंग्लिश मीडियम के बच्चे शामिल हैं।
GIC लंबगांव के प्रभारी प्रधानाचार्य विजयपाल सिंह रावत ने बताया कि विद्यालय विगत सत्र में ही कक्षा 9 और 11 में अंग्रेजी माध्यम प्रारंभ किया गया था जिसका नतीजा अभिभावक बड़ी संख्या में हम पर भरोसा कर रहे हैं और हमारे विद्यालय में बड़ी संख्या में अपने बच्चों का प्रवेश करवा रहे हैं । उन्होंने बताया कि मेरे और मेरे विद्यालय के सभी शिक्षक साथियों द्वारा लगातार पांच साल से कड़ी मेहनत कर रहे है। हमने पूर्ण समर्पण के साथ संपूर्ण समय विद्यालय को दिया है और नतीजा विद्यालय वास्तव में उत्कृष्ट विद्यालय बनने की ओर अग्रसर है वह बताते है कि मैंने स्वयं दिन-रात विद्यालय को समय दिया है मैंने विगत 5 वर्षों में अपनी पूरी छुट्टियां भी नहीं ली है, लॉकडाउन में भी विद्यालय में बना रहा विद्यालय के कार्य करता रहा जिसका परिणाम अब जाकर निकलने लगा है। लोग हम पर भरोसा करने लगे हैं विद्यालय का शिक्षण बेहतर हो रहा है, अनुशासन बेहतर हो रहा है और विद्यालय अपनी पूर्व गरिमा को प्राप्त करने में सफल हो रहा है।
GIC लंबगांव के प्रधानाचार्य विजयपाल रावत ने बताया कि विद्यालय में केवल दो बड़ी समस्याएं हैं जिनको दूर करना अति आवश्यक है जिसमे पहली समस्या विद्यालय भवन की है जिससे बच्चों की संख्या बढ़ने के साथ साथ विद्यालय में बैठने के लिए कमरे नहीं है, दूसरा समस्या विद्यालय में विगत कई वर्षों से लिपिक के 2 पद रिक्त हैं जिससे विद्यालय के कागजी कार्य प्रभावित हो रहे है। उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं सरकार से निवेदन किया है कि इन कमियों को दूर करने का प्रयास करने की कृपा करें और मैं आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हूं कि विद्यालय प्रदेश में अग्रणी विद्यालयों में शुमार होगा। हम और बेहतर करने का प्रयास करेंगे सभी अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों का सहयोग अति आवश्यक है।