टिहरी गढ़वाल:- जनपद के ग्रामीण इलाके की कई बदहाल सड़कें मरम्मत के लिए सरकारों एवं अधिकारियों की राह देख रही हैं। इन गड्ढायुक्त सड़कों पर वाहन चलाना दूभर हो रखा है। बावजूद इसके विभाग की नजर इन सड़कों पर नहीं पड़ रही है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान सुनाया था। लेकिन टिहरी जनपद की कुछ सड़कों की मरम्मत भी हुई, लेकिन कई सड़कें वैसी ही हालत में रह गईं। कुछ ऐसा ही हाल चमियाला- घनसाली मोटरमार्ग का भी है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में इस समय चार धाम यात्रा अपने जोरों पर हैं जहां देश के अन्य कई प्रदेशों से भी चार धाम यात्रा हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है।
वही टिहरी जनपद के चार धाम यात्रा की दृष्टि से गंगोत्री-यमुनोत्री-उत्तरकाशी को जोड़ने वाला मुख्य मोटरमार्ग घनसाली से चमियाला के बीच जगह-जगह रोड में गड्ढे होने की वजह से हादसों को आए दिन दावत दे रहा है।
बात करें चमियाला-घनसाली मोटर मार्ग पर सेंदुल भगवती मंदिर के पास बना बीच रोड में यह गड्ढा आए दिन हादसों को दावत दे रहा है इस गड्ढे में कई बार दुपहिया वाहन वाले फिसलने से चोटिल हो चुके हैं लेकिन विभाग को यह गड्ढा बीच रोड में दिखाई नहीं दे रहा है। जबकि उक्त मोटर मार्ग पर इन दिनों पैचिंग का कार्य चल रहा है जो कि सिल्यारा पुल से आगे शुरू किया गया है आखिर क्यों विभाग या सरकार द्वारा उक्त मोटर मार्ग का पैचिंग कार्य घनसाली से शुरू नहीं किया गया, जबकि उक्त मोटर मार्ग में जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं जिससे गड्ढों में कही दुपहिया वाहन वाले फिसल कर चोटिल भी हो चुके हैं क्योंकि उक्त गड्ढों में बरसात होने पर पानी भर जाता है और गड्ढे का अनुमान न लगने के कारण दोपहिया वाहन वाले फिसल कर चोटिल हो जाते हैं।
वहीं सेंदुल के ग्रामीण व स्थानीय दुकानदार खुशीराम मैठाणी का कहना है कि उक्त गड्ढे में कई बार दुपहिया वाहन वाले फिसल कर चोटिल हो चुके हैं एवं कई चौपहिया वाहन वाले भी अनियंत्रित होने से बाल-बाल बचे हैं।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उक्त मोटर मार्ग चार धाम यात्रा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है जिसका कि घनसाली से चमियाला तक पैचिंग का कार्य होना अति आवश्यक है जिससे चारधाम यात्रियों को यात्रा करने में सुगमता हो।