टिहरी गढ़वाल/घनसाली:- जनपद टिहरी गढ़वाल के जिला अस्पताल सहित दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वर्तमान में पीपीपी मोड के तहत हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट संचालित कर रहा था। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट का 5 साल का अनुबंध समाप्त होने पर व उनके द्वारा अनुबंध के हिसाब से उचित सेवाएं न देने के कारण अनुबंध समाप्त किया जा रहा है जिसमें जनपद का जिला अस्पताल बौराड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिंडोलाखाल शामिल है। इन अस्पतालों का संचालन अब सरकार फिर से अपने हाथों में लेने जा रही है । हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट का 5 साल का अनुबंध पूरा होने के बाद तीनों अस्पतालों का संचालन फिर स्वास्थ्य विभाग ही करेगा। 8 जून 2023 को पीपीपी संचालन का अनुबंध पूरा होगा। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इन अस्पतालों में चिकित्सक और स्टॉफ की जल्द तैनाती करनी पड़ेगी।
आपको बता दें कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से टिहरी के जिला अस्पताल बौराड़ी, भिलंगना ब्लॉक के सीएचसी बेलेश्वर और देवप्रयाग ब्लॉक का सीएचसी हिंडोलाखाल को 2018 में हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट को पीपीपी मोड पर संचालन के लिए दिए थे। टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय व घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह ने भी इसकी पैरवी की थी।
वहीं स्थानीय लोगों ने पीपीपी मोड पर संचालित अस्पताल को पुनः वापस सरकार के हाथों में संचालित होने पर राहत की सांस ली है। क्योंकि स्थानीय लोग हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के तैनात स्टाफों से तंग आ चुके थे आए दिन यहां विषय विशेषज्ञ डॉक्टर हर 3 माह में चेंज होते नजर आते हैं और साथ ही आये दिन हर केस को रेफर किया जाता रहा है। कुल मिलाकर माने तो हिमालयन अस्पताल अनुबंध के हिसाब से सुविधा नही दे पा रहे थे। जिसके लिए सरकार को अनुबंध नवीनीकरण नही किया गया।
वहीं टिहरी सीएमओ डॉ. मनु जैन ने कहा कि जिला अस्पताल बौराड़ी, सीएचसी बेलेश्वर, हिंडोलाखाल को पीपीपी मोड पर संचालित किया जा रहा है, जिसका अनुबंध 8 जून को खत्म होगा। अनुबंध का नवीनीकरण नहीं हो रहा है। संभवतया अब सरकार ही इनका संचालन करेगी। जिले में 234 पदों के सापेक्ष 100 प्रतिशत चिकित्सक तैनात हैं। व्यवस्था बनाकर चिकित्सकों को इन अस्पतालों में तैनात किया जाएगा।