टिहरी गढ़वाल:- टिहरी में जंगल की आग बुझाते समय एक वनकर्मी खाई में गिरने से घायल हो गया। घायल को बौराड़ी चिकित्सालय में भर्ती किया गया। जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
आपको बता दें कि टिहरी के ढाईजर के समीप जंगल में आग बुझाते समय एक वनकर्मी पैर फिसलने से खाई में गिर गया था जिससे वनकर्मी गम्भीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में उसे पीपीपी मोड में संचालित अस्पताल बौराड़ी जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया। जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एम्स रेफर कर दिया।
जानकारी के मुताबिक घायल वनकर्मी का नाम सतेन्द्र पंवार (32), ग्राम लामकोट निवासी है। जिसको गंभीर चोटें आई हुई हैं और पैर फिसलने से यह हादसा हुआ।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि हॉस्पिटल सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है। लोगों का कहना है कि सरकार हॉस्पिटल को पीपीपी मोड से हटा कर पहले की तरह संचालित करे। उन्होंने कहा कि ऐसा न होने पर वो सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे।
आपको बता दें कि जनपद टिहरी में पीपीपी मोड में संचालित सभी अस्पताल एकमात्र रेफर सेंटर बनकर रह गए हैं, जिसका एक उदाहरण पीपीपी मोड में संचालित सीएचसी बेलेश्वर भी है। जिससे इन अस्पतालों में आए दिन घायलों को समुचित इलाज न मिलने के कारण स्थानीय जनता का रोष देखने को मिलता है। और आए दिन घायलों को रेफर किया जाता है। आखिर कब तक ये अस्पताल रेफर सेंटर बनकर रहेंगे। कितने बेगुनाह अपनी जान इसी तरह गवातें रहेंगे।