देहरादून:- विधानसभा चुनाव में 13 सीटों पर बागियों ने भाजपा और कांग्रेस को उलझा दिया है। दोनों ही दलों को इन सीटों पर बागियों की वजह से जूझना पड़ रहा है और पार्टियों के समीकरण गड़बड़ा कर रह गए हैं।
आपको बता दें कि राज्य में इस बार के चुनावों में भाजपा और कांग्रेस में बड़े स्तर पर बगावत हुई है। दोनों ही दलों के कई नेताओं ने टिकट वितरण से असंतुष्ठ होकर चुनाव मैदान में बागी बनकर ताल ठोकी है।
जिससे ऐसी सीटों पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों की दिक्कतें बढ़ी हुई नजर आ रही हैं। राज्य में इस बार भारतीय जनता पार्टी को अधिक सीटों पर बगावत का सामना करना पड़ रहा है जिससे पार्टी के प्रत्याशियों के साथ ही रणनीतिकारों की टेंशन बढ़ी हुई है। दोनों ही दलों ने बगावत करने वालों के खिलाफ एक्शन भी लिया है लेकिन इसके बावजूद पार्टियों को बागियों की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
बगावत से उलझी भाजपा की आठ सीटें-
भाजपा बागी प्रत्याशियों के मैदान में होने की वजह से आठ सीटों पर उलझी हुई नजर आ रही है।
कोटद्वार में धीरेंद्र चौहान,
डोईवाला में जीतेंद्र नेगी,
धर्मपुर में बीर सिंह पंवार,
रुद्रपुर से राजकुमार ठुकराल,
भीमताल से मनोज शाह,
धनोल्टी से महावीर रांगड,
घनसाली से दर्शन लाल आर्य
लालकुंआ सीट से पवन चौहान की वजह से पार्टी के प्रत्याशियों की मुश्किल बढ़ी हुई है।
पार्टी इन नेताओं पर कार्रवाई कर चुकी है इसके बावजूद समीकरण उलझने का खतरा बना हुआ है।