टिहरी गढ़वाल:- राज्य की देहरादून और टिहरी पुलिस की नाक में दम करने वाले जम्मू एवं कश्मीर के चिरानी गैंग के मुख्य सरगना बरकत अली को पुलिस ने दबोचा लिया है। जिसके कब्जे से चोरी की 15 लाख की ज्वेलरी और 45 हजार रुपए नकद बरामद हुए हैं। आरोपी के दो साथी अभी फरार हैं, जिनकी धरपकड़ के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस ने आरोपी बरकत अली को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
टिहरी जनपद के मुनिकी रेती थाना में एसएसपी नवनीत भुल्लर ने मामले का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि बीते 9 मार्च को केशव राणा निवासी मलेथा और विनीता देवी निवासी मूल्यगांव के घर दिनदहाड़े ताला तोड़कर चोरी की वारदात हुई थी। इसके बाद 17 मार्च को भरत सिंह निवासी बागवान थाना कीर्तिनगर के घर भी ताला तोड़कर चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। मामले के खुलासे के लिए गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध बाइक पर सवार तीन युवकों को देखा।
सीसीटीवी में एक हरे-काले रंग की मोटर साइकिल पर तीन लोग घटनास्थल के आसपास आते-जाते दिखाई दिए। इन लोगों के आवागमन को गहनता से चेक किया गया तो, संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार ऋषिकेश देहरादून की ओर जाते हुए दिखाई दिए। दूसरी टीम ने पूर्व में हुई चोरियों के मामले प्रकाश में आने पर विभिन्न अभियुक्तों से अलग-अलग राज्यों में जाकर पूछताछ की।
इन चोरों ने डोईवाला और देवप्रयाग में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। मामले में गठित पुलिस टीमों ने रानीपोखरी से नरेंद्रनगर को जाने वाले तिराहे पर संयुक्त चेकिंग की। चेकिंग के दौरान दो व्यक्तियों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन मोटरसाइकिल सवार पुलिस को देखते ही जंगल की ओर भागने लगे। जिसका पीछा करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को रानीपोखरी के पास से गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दूसरा आरोपी मौके से भागने में सफल रहा।
एसएसपी ने बताया आरोपी की पहचान बरकत अली, निवासी गांव गेरा थाना बनी जिला कठुआ जम्मू कश्मीर के रूप में हुई है। आरोपी चिरानी गैंग का सदस्य है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने करीब 15 लाख के गहने और 45 हजार नकद बरामद किए हैं। पूछताछ में बरकत अली ने बताया उसके दो साथियों ने ही मिलकर सभी चोरियों को अंजाम दिया है।
वहीं एसएसपी ने बताया फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। फिलहाल कोर्ट के आदेश पर बरकत अली को जेल भेज दिया गया है। मामले का खुलासा करने वाली टीम को आईजी गढ़वाल ने पांच हजार का इनाम दिया है।