ब्रेकिंग:- भिलंगना हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के नाम पर अवैध रूप से काटे गए हरे पेड़,ग्रामीणों ने किया विरोध ।

उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल ब्रेकिंग न्यूज

घनसाली:- भिलंगना घाटी जल जंगल जमीन बचाओ संघर्ष समिति एवं समस्त स्थानीय जनप्रतिनिधि व स्थानीय जनमानस लंबे समय से भिलंगना नदी पर बनने जा रहे पावरप्रोजेक्ट के विरोध में आंदोलनरत हैं, वहीं दूसरी तरफ जब आज आंदोलनकारी पुनः पावर प्रोजेक्ट वाले स्थान पर पहुंचे तो देखा कि अंधाधुंध तरीके से हरे पेड़ों का कटान कर विभाग या ठेकेदार द्वारा अपनी मनमानी के हिसाब से करवाया जा रहा है जिसमें कई पेड़ बिना घन (मार्क) लगे हुए व बिना नंबरिंग के अवैध तरीके से धड़ल्ले के साथ काटे गए हैं, इस बात की जानकारी जब समीति के लोगों ने वन विभाग के अधिकारी को दी तो आनन फानन में विभाग के अधिकारी कार्य स्थल पर पहुंचे व वहां पर कार्यरत लेबर को वापस भेजा गया एवं उनके हथियार कब्जे में लिए गए एवं पाया गया कि उक्त स्थान पर कार्य करने वाले ठेकेदार के पास कार्य करने हेतु कोई बॉन्ड लेटर विभाग द्वारा जारी नही है ओर न ही ठेकेदार द्वारा किसी भी लेबर का स्थानीय थाने में वेरिफिकेशन करवाया गया है जबकि सम्पूर्ण लेबर अन्य प्रदेशों की है ।


ग्रामीणों का कहना है कि जब पूर्व में उपजिलाधिकारी घनसाली की अध्यक्षता में बैठक हुई तो उपजिलाधिकारी द्वारा विभाग (UJVNL) को साफ निर्देशित किया गया था कि सर्वप्रथम विभाग यह सूची तैयार करे कि पावर प्रोजेक्ट से कुल कितने जलस्त्रोत,कुल कितने गौचरान,शमशानघाट,पनघट,वन विभाग की भूमि, कुल पेड़, ग्रामसभाओं की भूमि ,ब्यक्तिगत भूमि सामूहिक सम्पति एवं अन्य समस्त प्रभावित सम्पतियों का ब्यौरा प्रशाशन एवं आमजनमानस के मध्य उपलब्ध करवाए एवं स्थानीय आमजनमानस को विश्वास में लेकर ही अग्रिम कार्य करें ।
लेकिन विभाग द्वारा सभी नियम शर्तों को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से कार्य करवाने को उतारू है। जिसके विरोध में क्षेत्रीय जनता लामबंद है। आमजनमानस उग्र आंदोलन के लिए बाध्य है।
हालांकि वन विभाग द्वारा तत्काल पेड कटान कार्य बंद करवा दिया गया है।


वहीं जब हमारे द्वारा उक्त मामले में दूरभाष पर भिलंगना रेंजर उनियाल जी से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि वास्तव में ठेकेदार द्वारा कुछ पेड़ों का अवैध तरीके से कटान किया गया है जो कि गलत है इस मामले में हमारे द्वारा उक्त लेबर के हथियार जब्त किए गए हैं एवं विस्तृत जांच के उपरांत उक्त ठेकेदार के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी

इस अवसर पर स्थानीय ग्रामीण, जल जंगल जमीन बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं दर्जनों लोग उपस्थित थे।