ब्रेकिंग:- धान की रोपाई के लिए पानी न मिलने पर गुस्साई महिलाओं ने बालगंगा तहसील में प्रदर्शन कर घनसाली- बूढाकेदार मोटरमार्ग पर लगाया जाम।

उत्तराखंड जन समस्या टिहरी गढ़वाल ब्रेकिंग न्यूज

घनसाली /चमियाला:- जनपद टिहरी गढ़वाल के विकासखंड भिलंगना के केमर पट्टी में इन दिनों धान की रोपाई अपने चरम पर है जिससे अधिकांश खेती नहर के पानी पर निर्भर है। आपको बता दें कि केमर पट्टी में अधिकांश सिंचित भूमि है जिससे धान की अच्छी पैदावार भी होती है लेकिन सिंचाई विभाग के उदासीन रवैया से काश्तकारों को समय पर रोपाई के लिए पानी नही मिलने से काश्तकार परेशान है।
वहीं कल बुधवार को धान की रोपाई के लिए सिंचाई नहर से पानी नहीं मिलने से सिल्यारा गांव की आक्रोशित महिलाओं का सब्र का बांध टूट पड़ा। सिल्यारा की महिलाओं ने बालगंगा तहसील के आगे घनसाली-बुढ़ाकेदार मोटर मार्ग पर जाम लगाने के साथ ही बालगंगा तहसील में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। तहसीलदार और सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता के आश्वासन पर महिलाओं ने धरना स्थगित किया।
आपको बता दें कि बुधवार को सिल्यारा गांव की महिलाएं धान की रोपाई के लिए पानी नही मिलने पर ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी के नेतृत्व में जुलूस निकालकर बालगंगा तहसील मुख्यालय पहुंचीं। वहीं तहसील के समीप ही महिलाऐं घनसाली-बूढ़ाकेदार मोटर मार्ग पर धरने पर बैठ गई। आजकल चारधाम यात्रा भी अपने चरम पर है जिससे दोनों तरफ यात्रियों एवं स्थानीय लोगों की गाड़ियों का लंबा जाम लग गया। इस दौरान उन्होंने सिंचाई विभाग और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं धरना स्थल पर पहुंचे तहसीलदार महेशा शाह और सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनिल कुमार ने महिलाओं से वार्ता कर आंदोलनरत महिलाओं को आश्वासन दिया कि नहर पर सुचारु रूप से पानी चलने के लिए विभाग की ओर से दो बेलदारों को नियुक्त किया गया है। महिलाओं ने कहा कि नहर पर पानी नहीं चलने के कारण धान की पौध सूख कर बर्बाद हो गई और जो धान की पौध रोपाई लायक बची भी है तो नहर से पानी नही मिलने के कारण रोपाई नही हो पा रही है।

आपको बता दें कि सिल्यारा नहर पर चलने वाले पानी से चमोलगांव, कोठगा के साथ-साथ सिल्यारा गांव के लोग धान की रोपाई करते है, लेकिन दो गांव के लोग सिल्यारा गांव तक नहर से पानी नहीं पहुंचने दे रहे हैं। जबकि पूर्व में उपजिलाधिकारी घनसाली के सामने उक्त तीनों ग्राम पंचायतों के द्वारा लिखित समझौता हो किया गया है लेकिन फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
वहीं तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि समझौते के अनुसार सिल्यारा गांव को नियमित सिंचाई के लिए पानी मिलता रहेगा। समझौते का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
वहीं आज ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी द्वारा तहसीलदार बालगंगा को पत्र लिखकर अतिशीघ्र समस्याओं का निराकरण करने हेतु आग्रह किया गया। समस्याओं का निराकरण न होने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन एवं चक्काजाम की चेतावनी भी दी है।
वहीं प्रदर्शनकारियों में ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी, संतोषी देवी, कृष्णा, राधा, मनीषा देवी, कैलाशी देवी, प्रियंका, शोभा देवी, भगवानी देवी, विमला देवी, सीमा देवी, प्रर्मिला देवी, रजनी देवी, हिमा देवी, राजकुमारी, विक्रा देवी, लक्ष्मी देवी, शिबि देवी आदि शामिल रही।