अल्मोड़ा:- जनपद का नाम एक बार फिर धौलादेवी ब्लाक के धसपड़ गांव के ग्रामीणों ने अपनी मेहनत व ग्राम्या परियोजना के सहयोग से गौरवांवित किया है।
नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जल संरक्षण व संवर्धन पर बेहतरीन कार्य करने पर धसपड़ गांव को तृतीय राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के तहत श्रेष्ठ ग्राम पंचायत के प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया है।
मंगलवार को नई दिल्ली के प्लेनरी सभागार में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तृतीय राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के सभी श्रेणियों के प्रथम विजेताओं को सम्मानित किया। श्रेष्ठ ग्राम पंचायत श्रेणी का प्रथम पुरस्कार धसपड़ गांव को दिया गया। यह पुरस्कार धसपड़ के ग्राम प्रधान दिनेश चंद्र पांडे और ग्राम्या-2 के उपपरियोजना निदेशक डा. शिव कुमार उपाध्याय ने प्राप्त किया।
पुरस्कार स्वरूप एक स्मृति चिन्ह, एक प्रशस्ति पत्र और दो लाख रुपये की धनराशि ऑनलाइन माध्यम से सीधे ग्राम पंचायत धसपड़ के खाते में डाली गई।
बीते जनवरी माह में जलशक्ति मंत्रालय ने जल के कुशल प्रबंधन के लिए धसपड़ गांव को देश के उत्तरी ज़ोन में श्रेष्ठ ग्राम पंचायत की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार के लिए चुना था।
ग्रामीणों ने सिंचाई के लिए पानी की व्यवस्था कर आय की दोगुनी
ग्राम धसपड़ को राष्ट्रीय जल पुरस्कार जन सहभागिता के माध्यम से ग्राम पंचायत में बेहतर जल प्रबंधन के लिए दिया गया। गांव की तलहटी में मौजूद सदानीरा पहाड़ी नदी से सौर ऊर्जा की मदद से 118 मी. ऊपर स्थित किसानों के खेतों तक पहुंचाया गया। वहीं इस जल को 20 हजार लीटर क्षमता वाले जियो मैम्ब्रेन टैंक में संकलित कर किसानों के खेतों में एलडीपीई टैंकों तक पाइपों के माध्यम से ग्रेविटी से पहुंचाया गया। जिससे न सिर्फ खेती का रकबा बढ़ा बल्कि कैश क्रॉप्स की काश्त से अच्छी आय मिलने लगी। ग्राम पंचायत द्वारा खंतियों और कच्चे तालाबों को खोद कर वर्षाजल संचय से गांव के प्राकृतिक जल स्त्रोतों में भी जल की उपलब्धता को बढ़ाया गया। ग्रामीणों की सात साल की मेहनत रंग लाई और ग्राम पंचायत धसपड़ को श्रेष्ठ ग्राम पंचायत का प्रथम पुरस्कार मिला। जो अन्य गांवों के लिए भी एक नजीर है।
इस अवसर पर ग्राम्या परियोजना के उपपरियोजन निदेशक डॉ0 शिव कुमार उपाध्याय, यूनिट अधिकारी मोहन चंद्र भट्ट, उद्यान अधिकारी दीपक शाह आदि मौजूद थे।