देहरादूनः- 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार 30 नवंबर 2023 को उत्तराखंड डीजीपी के पद से पूर्ण रूप से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। साल 2020 में जिस समय संपूर्ण देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, उस वक्त आईपीएस अशोक कुमार ने बतौर उत्तराखंड डीजीपी की कमान संभाली थी। प्रदेश की कमान संभालने के बाद बतौर डीजीपी अशोक कुमार ने कानून व्यवस्था को लेकर कई अहम काम किए। आम जनता की समस्याओं को दूर किया। ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई भी की।
डीजीपी की कमान संभालने के बाद अशोक कुमार ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई बेहतरीन प्रयास किए। कोरोना काल में विकट परिस्थितियों से जूझते हुए बेहतरीन पुलिसिंग की। हरिद्वार महाकुंभ, कांवड़ यात्रा, चारधाम यात्रा में बेहतरीन कार्य अशोक कुमार के बतौर डीजीपी कार्यकाल में शुमार है। इसके अलावा ऑपरेशन स्माइल, ऑपरेशन प्रहार, ऑपरेशन मर्यादा, ड्रग्स फ्री देवभूमि सहित कई अभियानों में डीजीपी अशोक कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने कामयाबी हासिल की।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बेहद करीबी और भरोसेमंद IPS अफसर और Intelligence Chief अभिनव कुमार उत्तराखंड के नए डीजीपी (Director General of Police) बनाए गए हैं। 30 नवम्बर को मौजूदा DGP अशोक कुमार के रिटायर होने के बाद वह उनकी जिम्मेदारी को संभालेंगे। Old Doscos (विख्यात The Doon School के पूर्व Student) अभिनव ने अपने से एक बैच आगे वाले दीपम सेठ और PVK प्रसाद के रहते Police Chief बनने की बाजी कयासों के अनुरूप जीती। उनकी Service 31 November 2033 तक है। देहरादून और हरिद्वार के SSP रहने के साथ ही खास पहलू ये है कि वह IPS बनने से पहले Journalist रह चुके हैं। India Today Magazine में नौकरी कर चुके हैं। उन्होंने दुनिया की दिग्गज Oxford University (UK) से उच्च शिक्षा ग्रहण की है।