घनसाली:- उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकत्री यूनियन भिलंगना के बैनर तले ब्लॉक की सैकड़ों आशा कार्यकत्रियों ने अपने 12 सूत्रीय मांगो को लेकर भिलंगना ब्लॉक मुख्यालय से तहसील तक रैली निकाल कर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
शुक्रवार को भिलंगना ब्लाक की सैकड़ों आशा कार्यकत्रियों ने प्रदेश सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाकर ब्लाक मुख्यालय से तहसील तक रैली निकाल कर अपना विरोध जताया है।
आशा वर्करों का कहना है कि वह पिछले कई वर्षों से बहुत ही कम मानदेय पर स्वास्थ्य विभाग के साथ काम करने में लगी हुई है और पिछले दो वर्षों से कोरानाकाल में अपनी जान की परवाह किए बिना उन्होंने सब लोगो की जान बचाने का काम किया है उसके बावजूद भी सरकार की और से हमारी उपेक्षा की जा रही है। यूनियन की ब्लॉक अध्यक्ष मीना थपलियाल, उपाध्यक्ष कमला भंडारी, कोषाध्यक्ष उषा नेगी ने अपनी बारह सूत्रीय मांगो के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार उन्हें सरकारी सेवक का दर्जा देकर न्युनतम मानदेय, कोविड कार्य में लगी आशा वर्कर्स को कोरोना भता के साथ पचास लाख तक जीवन बीमा, दस लाख का स्वास्थ्य बीमा, तथा आशाओं के साथ अस्पतालों में सम्मान जनक व्यवहार, जब तक मासिक भत्ते नही दिये जाते तब तक कोरोना ड्यूटी ना लगायी जाय। आदि एक दर्जन मांगों का ज्ञापन तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा है ज्ञापन देने वालों में पुष्पा देवी, विनीता देवी, रमा देवी, देवेश्वरी, जगदम्बा देवी, रोशनी देवी, विजेश्वरी देवी, रेखा देवी,अनिता देवी सहित कई आशा वर्कर्स मौजूद थीं।
