बड़ी खबर:- सीएम पोर्टल की हकीकत बयां करती यह शिकायत, आम आदमी की शिकायत पर नही होती सुनवाई, उसके लिए चाहिए विधायक, सांसद की स्वीकृति।

उत्तराखंड टिहरी गढ़वाल ब्रेकिंग न्यूज

टिहरी गढ़वाल:- सरकार विकास के लाख दावे करती है लेकिन धरातल पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं सरकार द्वारा कई विभागों में भ्रष्ट अधिकारियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने का डंका पीटते रहते हैं। हालांकि कुछ भ्रष्ट अधिकारी भ्रष्टाचार के चक्कर में जेल गए हैं लेकिन ऐसा कोई विभाग नहीं छूटा होगा जहां भ्रष्टाचार ना हो।

वहीं विगत दिवस मुख्यमंत्री धामी द्वारा सीएम पोर्टल 1905 का औचक निरीक्षण किया गया और निरीक्षण के दौरान सीएम धामी द्वारा खुद शिकायतकर्ता से बात कर उसकी शिकायत का जायजा लिया व शिकायत का शाम तक समाधान भी हो गया आखिर कैसे।

क्या जनता द्वारा किए गए मांग के लिए विधायक व सांसद की स्वीकृति होना जरूरी है। जी हां सीएम पोर्टल द्वारा दिए गए इस अजीबोगरीब उत्तर में तो यही जाहिर हो रहा है कि आम आदमी शिकायत नहीं कर सकता है उसके लिए भी विधायक या सांसद स्तर से स्वीकृति होनी जरूरी है।

मामला पालाकुराली से रैखाल होते हुए हिन्दाव पट्टी के डारसिल गांव तक मोटरमार्ग नवनिर्माण कार्य करवाने के लिए निवेदन का है।

आपको बता दें कि रुद्रप्रयाग जनपद की विभिन्न पट्टियों जैसे लस्या, बांगर, भरदार, नागपुर इत्यादि पट्टियों से टिहरी जनपद की हिन्दाव तथा ग्यारहगांव हिन्दाव पट्टियों तक आने-जाने में अभी वर्तमान सड़क मार्ग से मूलगढ़ होते हुए लगभग 120 किमी होकर आना-जाना पड़ता है, जबकि पालाकुराली से हिंदाव को जोड़ने के लिए मात्र 5 किमी के लगभग मोटरमार्ग नवनिर्माण कार्य होने से दोनों जनपद की विभिन्न पट्टियों के कई गांवों की जनता को सुविधा होगी। इस विषय में पिछले 10-12 वर्षों से क्षेत्रीय जनता समय-समय पर आवाज उठाती आ रही है लेकिन अबतक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई है।

हिंदाव तथा ग्यारहगांव हिंदाव पट्टी वासियों के लिए जनपद रुद्रप्रयाग तथा बद्रीनाथ, केदारनाथ यात्रा पर आना-जाना आसान होगा, वहीं कई घंटों के समय की बचत भी होगी। हिंदाव तथा ग्यारहगांव हिंदाव पट्टी वासियों के लिए डारसिल-रेखाल-पालाकुराली एकमात्र मुख्य नजदीकी पैदल मार्ग होने के कारण यहां के लोगों की नाते रिश्तेदारी रुद्रप्रयाग जनपद की विभिन्न पट्टियों में है और आज भी संपूर्ण क्षेत्रवासी कठिनाइयों का सामना करते हुए बड़ी संख्या में पैदल दूरी या फिर मूलगढ़ से लम्बा सड़क मार्ग तय कर लस्या, बांगर, भरदार, नागपुर आदि पट्टियों में आवागमन करते रहते हैं।

वहीं जब इस मामले में क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता त्रिलोक सिंह राणा द्वारा उक्त शिकायत/ मांग को सीएम पोर्टल पर अपलोड किया गया तो वहां से अधिकारियों द्वारा अजीबोगरीब जबाब मिला है जिसे पढ़कर आप भी हैरान हो जाएंगें।
जी हां सीएम पोर्टल पर त्रिलोक सिंह राणा द्वारा उक्त मोटरमार्ग के नवनिर्माण हेतु शिकायत क्रमांक CMHL-012024-6-497764  दर्ज की गई।
जिसके प्रतिउत्तर में अधिशासी अभियंता प्रान्तीय खण्ड लो०नि०वि० रुद्रप्रयाग द्वारा अजीबोगरीब जबाब दिया गया। उन्होंने जबाब में लिखा कि उक्त कार्य हेतु कोई स्वीकृति प्राप्त नहीं है। यदि मा० विधायक, मा० सासंद, मा० मन्त्री जी से आगणन गठित करने हेतु पत्र प्राप्त होता है। तो कार्य के प्रथम चरण का आगणन गठित कर स्वीकृति हेतु उच्चाधिकरीयों को प्रेषित किर दिया जायेगा। एवं स्वीकृति प्राप्त हाने पर अग्रिम कार्यवाही की जानी सम्भव हो पायेगी।
अतः शिकायत को क्लोज कर दिया गया।

आखिर जब सिर्फ विधायकों, सांसदों और मंत्रियों द्वारा पत्र दिए जाने के बाद ही क्षेत्रीय समस्याओं का निराकरण अधिकारी करेंगे तो फिर सीएम हेल्पलाइन पोर्टल रखने का क्या औचित्य है। जब आम जनता की मांगों और शिकायतों को नकारा जाता रहेगा।

वहीं शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि सीएम हेल्पलाइन पोर्टल से अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर तथा शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए समाधानों पर संतुष्टि/असंतुष्टि हटाई गई है।
वहीं शिकायतकर्ता द्वारा कहा गया कि दुबारा L-1 से L-4 स्तर के अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर तथा शिकायतकर्ता की संतुष्टि-असंतुष्टि फिर से शुरू की जानी चाहिए ताकि सही मायनों में शिकायतों का निराकरण हो।