5 नवंबर से 10 नवम्बर तक भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद में राज्य के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों से प्राध्यापक प्राप्त करेंगे उद्यमिता प्रशिक्षण
सरकार सशक्त उत्तराखण्ड और सशक्त भारत की संकल्पना को साकार करने को है संकल्पित, देवभूमि उद्यमिता योजना इस दिशा में एक सकारात्मक प्रयास। उत्तराखण्ड इस तरह का अभिनव पहल करने वाला पहला राज्य – डॉ. धन सिंह रावत
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप उच्च शिक्षण संस्थाओं में नवाचार, कौशल ,उद्यमिता, स्टार्ट अप आदि को बढ़ावा देने के लिए देव भूमि उद्यामिता योजना है महत्वपूर्ण- शैलेश बगौली (सचिव उच्च शिक्षा)
देहरादून:- उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रायोजित देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत पहले कोहार्ट का आयोजन कल (रविवार) से अहमदाबाद स्थित भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद (ईडीआईआई) में प्रारंभ हो रहा है | गत बुधवार को उच्च शिक्षा निदेशक द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग हेतु आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गए थे।
देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी एवं सहायक निदेशक, उच्च शिक्षा विभाग, डॉ दीपक पाण्डेय ने बताया कि योजना का उद्देश्य राज्य के विश्वविद्यालयों एवं राजकीय संस्थानों में नयी शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप नवाचार एवं उद्यम का पारिस्थितंत्र विकसित करना है | देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत तीन कोहार्ट में कुल 90 प्राध्यापकों को उद्यमिता प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह छह दिवसीय कार्यक्रम इसी क्रम में आयोजित कराया जा रहा है | इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न राजकीय संस्थानों से 22 संकाय सदस्य प्रतिभाग हेतु अहमदाबाद पहुंचे हैं।
अल्मोड़ा से दो, बागेश्वर से एक, चमोली से दो, चम्पावत से एक, देहरादून से तीन, हरिद्वार से दो, नैनीताल से तीन, पौड़ी गढ़वाल से दो, पिथोरागढ़ से एक, रुद्रप्रयाग से एक, टिहरीगढ़वाल से तीन तथा उत्तरकाशी से एक संकाय सदस्य प्रतिभाग कर रहा है | प्रतिभागियों का चयन जनरल इंटर एन्टर्प्राइज़िंग टेनडेसी टेस्ट (जीईटीटी) टेस्ट के माध्यम से किया गया है। यह टेस्ट प्रतिभागी की उद्यम के प्रति रुझान को दर्शाता है ।
कार्यक्रम निदेशक, ईडीआईआई से डॉ अमित कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस छह दिवसीय कार्यक्रम में संकाय सदस्यों को इस प्रकार से तैयार किया जायेगा कि वे वापस जाकर अपने अपने संस्थान में एक मेंटर के रूप में छात्रों के प्रथम संपर्क बिंदु बन सकें। प्रशिक्षण के अंतर्गत नवाचार, उद्यम की मूलभूत जानकारी एवं राज्य व केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओ के बारे में तथा उन योजनाओ को अपने संस्थान को किस प्रकार लाभांन्वित कर सकें। मेंटर किस प्रकार छात्रों में नेतृत्व छमता का विकास करें, टीम निर्माण एवं संयोजन, क्रिएटिव थिंकिंग, डिजाईन थिंकिंग, बिज़नस मॉडल कैनवास, बिज़नेस प्लान, स्टार्टअप, इन्क्यूबेशन, फंडिंग तथा उद्यम अध्यापन की तकनिकी एवं छात्रों को उद्यम के प्रति कैसे प्रेरित करना है इत्यादि पर विस्तृत कार्यशालाएं की जाएँगी। हर एक प्रतिभागी का एक्शन प्लान बनवा कर प्रस्तुतीकरण भी कराया जायेगा। इसके उपरांत ये मेंटर देवभूमि उद्यमिता योजना की विभिन्न गतिविधियों को अपने अपने संस्थानों में आयोजित करेंगे और प्रतेक संस्थान में देवभूमि उद्यमिता केंद्र की स्थापना की जाएगी।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान प्रशिक्षको के सहयोग से देवभूमि उद्यमिता योजना का क्रियान्न्वन करेगा जो अगले 5 वर्षो में लगभग पचास हजार छात्रों उद्यम के प्रति जागरूक और पंद्रह हजार छात्रों को उद्यमिता का प्राशिक्षण देगा |
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरांत राज्य के विभिन्न संस्थानों में दो दिवसीय बूट कैंप का आयोजन कराया जायेगा ।