
टिहरी गढ़वाल:- उत्तराखंड सरकार द्वारा हाल ही में कोविड-19 काल में ड्यूटी कर रहे फार्मसिस्टों को एवं चिकित्साधिकारियों को प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई। सरकार द्वारा चिकित्साधिकारियों को 10000रु प्रोत्साहन राशि व समूह “ग” एवं “घ” को 3000 रु दिए जाने की घोषणा की गई। जिससे राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट एसोसिएशन शाखा टिहरी गढ़वाल में सरकार के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है।
इस संबंध में राजकीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तराखंड,शाखा टिहरी गढ़वाल के द्वारा प्रांतीय अध्यक्ष राजकीय आयुर्वेदिक यूनानी फार्मासिस्ट एसोसिएशन,देहरादून को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। फार्मासिस्टों का कहना है कि कोविड काल में चिकित्साधिकारियों एवं हमारे द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन एक समान किया गया लेकिन फिर भी प्रोत्साहन राशि में इतना अंतर क्यों है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि फार्मासिस्ट संवर्ग पिछले 2 वर्षों से फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहा है जिसमें बैरियर/चेक पोस्ट ड्यूटी, कोविड केयर सेंटर ड्यूटी, क्वारन्टीन ड्यूटी, वैक्सीनेशन ड्यूटी एवं कोविड-19 से संबंधित सभी प्रकार की ड्यूटियों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से किया जा रहा है परंतु प्रोत्साहन राशि में इतना अंतर क्यों है। जबकि प्रोत्साहन राशि हमेशा सभी कार्मिकों के लिए एक समान होनी चाहिए किंतु प्रोत्साहन राशि में इतने बड़े अंतर के कारण समस्त फार्मासिस्ट संवर्ग में हीन भावना व्याप्त हो रही है तथा अपने आप को असहाय एवं अपमानित महसूस कर रहे हैं।
अतः निवेदन है कि शीघ्र अति शीघ्र इस विषय को माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष पुरजोर तरीके से रखने का कष्ट करें ताकि उत्तराखंड सरकार इस फैसले को संशोधित कर सकें। ताकि एक फार्मासिस्ट का आत्म सम्मान बना रहे।
जनपद के सभी फार्मेसिस्ट आपसे अपेक्षा करते हैं कि शीघ्र ही आप इस विषय पर गंभीरता से निष्ठा पूर्वक कार्य करेंगे।